दिल्ली के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि गौतम गंभीर और आतिशी मार्लेना सरीखे लोग लोकसभा चुनाव इस तरह से लड़ रहे हैं जैसे यह एक “सियासी पिकनिक” हो न तो उनका लोगों से जुड़ाव है और न ही उनकी मुश्किलों की उन्हें कोई समझ है.
पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा ने जहां क्रिकेटर से राजनेता बने गंभीर को अपना उम्मीदवार बनाया है वहीं आम आदमी पार्टी ने आतिशी मार्लेना को टिकट दिया है. कांग्रेस ने उनके खिलाफ अरविंदर सिंह लवली को उतारकर इस चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
गंभीर और मार्लेना दोनों ही इस बार अपनी चुनावी पारी शुरू कर रहे हैं. गंभीर ने जहां इसी महीने भाजपा का दामन थामा है वहीं ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर मार्लेना आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्य हैं. लवली ने पीटीआई-भाषा को दिये एक साक्षात्कार में कहा, “भाजपा ने ऐसे व्यक्ति (गंभीर) को टिकट दिया है जिसका राजनीति से कोई सीधा संबंध नहीं है. यमुनापार इलाके में लोगों द्वारा झेली जा रही समस्याओं की उन्हें कोई समझ नहीं है.”
भाजपा के निवर्तमान सांसद महेश गिरी ने 2014 के लोकसभा चुनावों में पूर्वी दिल्ली से आम आदमी पार्टी के राजमोहन गांधी को 1.9 लाख मतों के अंतर से हराया था. कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे थे. दिल्ली में लोकसभा की सात सीटों के लिये छठे चरण में 12 मई को मत डाले जाएंगे. शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली सरकार में परिवहन, शिक्षा और शहरी विकास जैसे अहम मंत्रालय संभाल चुके लवली ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि गंभीर ने दिल्ली और देश के लिए क्रिकेट खेला है लेकिन उन्हें “राजनीति की कोई समझ नहीं है.” दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, “अभी,यह भी पक्का नहीं है कि वह (गंभीर) अपने दूसरे काम छोड़ेंगे या नहीं. वह मुंबई में रहते हैं. दूसरी तरफ आप अपने उम्मीदवार (आतिशी मार्लेना) को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से लेकर आई है. भाजपा और आप दोनों के उम्मीदवार चुनावी मैदान में ऐसे हैं जैसे यह कोई सियासी पिकनिक हो.”
उन्होंने कहा, “गंभीर और मार्लेना से इतर, मैं पिछले 35 सालों से पूर्वी दिल्ली के लोगों से जुड़ा हुआ हूं. मैं लोगों और उनकी समस्याओं को जानता हूं.”
ट्विटर पर मार्लेना और गंभीर की सक्रिय उपस्थिति पर निशाना साधते हुए लवली ने कहा, “मेरी लड़ाई उन लोगों के खिलाफ है जो सिर्फ ट्विटर पर सक्रिय रहते हैं. मेरा जमीनी स्तर पर सीधा जुड़ाव है.”
लवली ने भाजपा और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के पूर्वी दिल्ली से नहीं होने को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, “आम लोगों की पार्टी होने का दावा करने वाली आप पूर्वी दिल्ली के किसी व्यक्ति को इतना सक्षम नहीं मानती कि वह इस इलाके से चुनाव लड़ सके.” कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ अरविंद सिंह लवली या कांग्रेस के बारे में नहीं है बल्कि यमुना पार के लोगों के “सम्मान और प्रतिष्ठा” को लेकर है.
तीन बार की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 81 साल की उम्र में उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के कांग्रेस के फैसले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लोग उन्हें दिल्ली में विकास के लिये जानते हैं. उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल की सरकार दिल्ली के साथ जो कर रही है उसे लेकर दिल्ली के लोग शीला जी की कमी महसूस कर रहे हैं. लोग उनके काम की शीला जी के 15 साल के काम से तुलना कर रहे हैं. वो कहीं नहीं ठहरते.” उन्होंने कहा, “शीला दीक्षित बड़ा नाम हैं और लोग उनकी कमी महसूस कर रहे हैं यही वजह है कि कांग्रेस ने उन्हें अवसर (चुनाव लड़ने का) दिया.”