Ganesh Chaturthi 2021 Guidelines: गणेश चतुर्थी पर राज्यों की तैयारियां, यहां पढ़िए क्या हैं नियम

गणेश उत्सव के लिए पूरे देश में जोर-शोर से तैयारी चल रही है. विघ्नविनाशक श्री गणेश जी के स्वागत के लिए उनके भक्तगण पूरी तरह से तैयार हैं लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार भव्य आयोजन पर रोक लगाई गई है. कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अलग-अलग राज्यों में गणपति उत्सव के कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: PTI)

गणेश उत्सव (Ganesh Chaturthi 2021) के लिए पूरे देश में जोर-शोर से तैयारी चल रही है. विघ्नविनाशक श्री गणेश जी के स्वागत के लिए उनके भक्त पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार भव्य आयोजन पर रोक लगाई गई है. कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अलग-अलग राज्यों में गणपति उत्सव के कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी है. गणेश उत्सव कैसे मनाया जाएगा इसे लेकर राज्यों ने गाइडलाइंस (Guidelines) जारी की है. Indian Railways: त्योहारों के सीजन के लिए 261 गणपति स्पेशल ट्रेन चला रही है भारतीय रेलवे.

राज्य सरकारें लोगों से अपील कर रही हैं कि ये त्योहार सादगी और COVID नियमों का पालन करते हुए मनाये जाए, ताकि कोरोना संक्रमण न बढ़े और स्थिति नियंत्रण में रहे. Ganesh Chaturthi 2021 Messages: गणेश चतुर्थी पर अपनों को इन हिंदी Quotes, WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, GIF Images के जरिए दें शुभकामनाएं.

11-दिवसीय गणेश उत्सव 10 सितंबर शुक्रवार से शुरू होगा और 21 सितंबर को समाप्त होगा. महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में गणेश चतुर्थी उत्सव के लिए दिशानिर्देश जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.

महाराष्ट्र

राज्य सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर गणपति मंडलों के लिए मूर्तियों की ऊंचाई 4 फीट तक सीमित की है. घर में गणपति की मूर्तियों की अधिकतम ऊंचाई 2 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए. सरकार ने त्योहार के पहले दिन और विसर्जन के दिन जुलूसों पर प्रतिबंध लगाया है.

पंडालों के लिए स्थानीय अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी. किसी भी समय पंडालों के अंदर केवल पांच वॉलिंटियर्स को अनुमति होगी. मुंबई, पुणे और राज्य के बाकी हिस्सों में ये दिशानिर्देश और प्रतिबंध लागू होंगे.

दिल्ली

दिल्ली सरकार ने गणेश चतुर्थी उत्सव के सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया है. टेंट, पंडाल या सार्वजनिक स्थानों पर भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना वर्जित है. गणेश चतुर्थी समारोह के संबंध में किसी भी जुलूस या सभा की अनुमति नहीं होगी. सरकार ने लोगों को घर में गणेशोत्सव मनाने की सलाह दी है.

कर्नाटक

कर्नाटक सरकार ने अधिकतम पांच दिनों के लिए गणेश चतुर्थी के सार्वजनिक समारोह की अनुमति दी है. बेंगलुरु में सार्वजनिक उत्सव को तीन दिनों तक सीमित कर दिया गया है. सार्वजनिक रूप से गणेश मूर्तियों की स्थापना की अनुमति केवल उन जिलों में है जहां COVID-19 परीक्षण सकारात्मकता 2 प्रतिशत से कम है.

गणपति मूर्तियों का विसर्जन निर्धारित तालाबों में ही करना होगा. प्रतिबंधों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर पंडाल स्थापित करने की अनुमति दी है, जैसे कि पंडाल का आकार 50x50 फीट के क्षेत्र से अधिक नहीं होना चाहिए. आयोजक पूरी तरह से वैक्सीनेटेड होने चाहिए.

गोवा

गोवा सरकार ने गणेश चतुर्थी पर पटाखों और जुलूसों पर रोक लगा दी है. सार्वजनिक उत्सव के लिए 50 प्रतिशत क्षमता तक सीमित की गई है. प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों को बेचना और खरीदना पूरी तरह प्रतिबंधित है. पूजा के आयोजन के लिए पुजारियों को घर जाने की अनुमति है.

तमिलनाडु

तमिलनाडु में 15 सितंबर तक गणेश चतुर्थी (विनायक चतुर्थी) सहित सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक उत्सव मनाना प्रतिबंधित है.

आंध्र प्रदेश

आंध्र प्रदेश सरकार ने गणेश चतुर्थी पर सार्वजनिक उत्सव पर प्रतिबंध लगा दिया है. राज्य भर में रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक रात का कर्फ्यू जारी रहेगा.

मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश सरकार ने कहा है कि पंडाल का आकार 30 बाय 45 फीट होगा. छोटे स्थानों पर गणेश पांडाल नहीं लगेंगे. गणेश प्रतिमा के विसर्जन में अधिकतम 10 लोग भाग ले सकेंगे. विसर्जन के लिए जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना अनिवार्य है.

कुछ अन्य राज्यों ने भी त्योहार के दौरान COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं और कुछ प्रतिबंध लगाए हैं. गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू त्योहार है. मान्यता है कि भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी की तिथि पर कैलाश पर्वत से माता पार्वती के साथ गणेश जी पृथ्वी पर आए थे.

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