तपोवन, 21 फरवरी : उत्तराखंड (Uttarakhand ) स्थित तपोवन बैराज सुरंग से गत 24 घंटे में पांच शवों के बरामद होने के साथ ही एक पखवाडे़ पहले चमोली जिले (Chamoli district) में आई आपदा में मरने वालों की संख्या 67 हो गई है जबकि 137 अन्य लोग अब भी लापता हैं. आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम ने तपोवन बैराज स्थल से अब तक पांच शव निकाले हैं. उन्होंने बताया कि तीन शव शनिवार देर शाम तपोवन सुरंग के पिछले हिस्से में एकत्र मलबे से मिले जबकि दो शव देर रात मिले. चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बैराज साइट पर अतिरिक्त उत्खनक (Excavator) मशीन लगवा कर काम शुरू करवाया है .
इसके अलावा, 520 मेगावाट तपोवन-विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना (MW Tapovan-Vishnugad Hydroelectric Project) की तपोवन सुरंग के अंदर से अब तक 13 शव बरामद हो चुके हैं. सात फरवरी को चमोली की ऋषिगंगा घाटी में आई आपदा के बाद से क्षेत्र में लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान जारी है. अब तक आपदा में मारे गए कुल 67 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. इसके अलावा, 137 लोग अब भी लापता हैं जिनकी तलाश की जा रही है. यह भी पढ़ें : Uttarakhand Glacier Burst: उत्तराखंड में सुरंग में पानी भरने से बचाव कार्यों में बाधा
चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में आई बाढ़ के समय एनटीपीसी की निर्माणाधीन तपोवन-विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना को हुई भारी क्षति के अलावा, रैंणी में स्थित उत्पादनरत 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना भी बाढ़ से पूरी तरह तबाह हो गई थी.