पाकिस्तान को बड़ा झटका: FATF की ग्रे लिस्ट में ही रहेगा, अक्टूबर तक नहीं सुधरा तो ब्लैक लिस्ट में हो जाएगा शामिल

FATF एक अंतरसरकारी एजेंसी है जिसको 1989 में बनाया गया था. . इस वक्त तक उत्तर कोरिया और ईरान ब्लैक लिस्ट में शामिल हैं.पाई-पाई को तरस रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नए कर्ज की तलाश में दुनिया में भ्रमण कर रहे है

इमरान खान (Photo Credits: Facebook)

पुलवामा आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान चौतरफा घिर गया है. चारो तरफ पाक की आलोचना हो रही है. इसी दरम्यान पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है. पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने 'ग्रे लिस्ट' ('Grey List' ) में ही बनाए रखने का फैसला बरकार रखा है. पाकिस्तान के उपर यह फैसला एक सप्ताह तक चली पेरिस में एक बैठक के बाद शुक्रवार को किया गया है. बता दें कि FATF पैरिस स्थित अंतर-सरकारी संस्था है. पाकिस्तान पहले से ही 'ग्रे लिस्ट' में शामिल है.

बता दें कि पाकिस्तान फिलहाल ग्रे लिस्ट में अक्टूबर तक का रहेगा. इस दौरान अगर उसमें सुधार नहीं देखने को मिला तो उसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा. वहीं भारत लगातार कोशिश कर रहा था कि पाकिस्तान का नाम ब्लैक लिस्ट में शामिल हो जाए. लेकिन यहां भारत को कामयाबी नहीं मिल पाई. वैसे ग्रे लिस्ट में शामिल होने पर पाकिस्तान पर असर पड़ सकता है क्योंकि ऐसे में बहुराष्ट्रीय कंपनियां निवेश करने से कतरा सकती हैं. इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से कर्ज मिलने में दिक्कत होती है.

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FATF एक अंतरसरकारी एजेंसी है जिसको 1989 में बनाया गया था.  इस वक्त तक उत्तर कोरिया और ईरान ब्लैक लिस्ट में शामिल हैं.पाई-पाई को तरस रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नए कर्ज की तलाश में दुनिया में भ्रमण कर रहे है. ऐसे में इस तरह का फैसला पाकिस्तान के लिए किसी सदमे से कम नहीं है.

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