नई दिल्ली, 20 दिसंबर: केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा देश में लाए गए तीन नए कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर (Delhi-Uttar Pradesh Border) पर प्रदर्शनकारी किसान जमे हुए हैं. प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की लगातार मांग कर रहे हैं. प्रदर्शन के बीच एक किसान ने ANI न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि, 'कानून खत्म कर दिए जाएं और हम दो घंटे में चले जाएंगे.'
बता दें कि बीते शुक्रवार को कृषि कानूनों को समझाने के लिए रायसेन में किसान महासम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने किसानों के बीच कृषि कानूनों को लेकर फैले भ्रम को दूर करने का प्रयास किया. पीएम मोदी ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि एमएसपी खत्म नहीं होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि मंडियां भी कभी बंद नहीं होंगी.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी दिल्ली-यूपी बाॅर्डर पर डटे हुए हैं, प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "कानून खत्म कर दिए जाएं और हम दो घंटे में चले जाएंगे।" #FarmersProtest pic.twitter.com/sp2HqXKLfN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 20, 2020
गौरतलब हो कि किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच कई बार बैठकें हुई हैं. लेकिन अब तक उसका कोई हल नहीं निकला है. उसके साथ ही एक बात और साफ है कि किसानों का आंदोलन अब और लंबा खींचने वाला है.
वहीं किसान आंदोलन को कई राजनीतिक दलों का समर्थन भी मिलना शुरू हो गया है. किसानों के साथ कांग्रेस, सपा, शिरोमणि अकाली दल समेत कई पार्टी नेताओं ने मोदी सरकार (Modi Government) के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.