नई दिल्ली, 17 फरवरी : सिंघु गांव (Singhu Village) में केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने 26 जनवरी की घटना और मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की भूमिका के संबंध में न्यायिक जांच की मांग की है. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के एक सदस्य ने आईएएनएस को बताया कि कानूनी मुद्दों की देखरेख करने वाले किसान नेताओं के पैनल ने एक सेवानिवृत्त दिल्ली उच्च न्यायालय या सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की एक स्वतंत्र समिति द्वारा न्यायिक जांच की मांग की है.
हाल ही में आयोजित एक बैठक में बीकेयू की कानूनी समिति द्वारा 26 जनवरी हिंसा के संबंध में स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग करने की सिफारिश की गई थी. आईएएनएस से बात करते हुए, किसान संघों के कानूनी पैनल के सदस्य और बीकेयू सदस्य प्रेम सिंह ने कहा, "हमने दिल्ली सरकार को लिखा है और एक स्वतंत्र न्यायिक जांच की सिफारिश की है, ताकि गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के लिए निर्धारित मार्ग को बदलकर किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश का पर्दाफाश हो सके. यह भी पढ़ें : जगन्नाथ मंदिर में श्रद्धालु ने चार किलोग्राम सोना, तीन किलोग्राम चांदी दान किया
इसके अलावा, हमने इस मामले पर दिल्ली पुलिस की भूमिका की स्वतंत्र जांच की भी मांग की है." सिंह ने आगे कहा कि चूंकि यह घटना राष्ट्रीय राजधानी में हुई थी, इसलिए दिल्ली सरकार को एक सिफारिश भेज दी गई है. सिंह ने कहा, "यह सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के खिलाफ एक गहरी साजिश थी."