लखनऊ: पुलवामा आतंकी (Pulwama attack) हमले को लेकर पूरा देश इसका विरोध कर रहा है. हर कोई चाहता है कि सरकार पाकिस्तान के खिलाफ शहीद जवानों का बदला ले. इस बीच एक दौर में बीहड़ों में कुख्यात रहे पूर्व डाकू मलखान सिंह (Malkhan Singh) का पुलवामा आतंकी हमले को लेकर एक बयान आया है. उन्होंने कहा है कि वह अपने 700 साथियों के साथ पाक से जंग लड़ने को तैयार है. पूर्व दस्यु सरगना ने कहा कि मध्य प्रदेश में 700 बागी (डाकू) बचे हैं, जिनके साथ वह सीमा पर जाने के लिए तैयार हैं.
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तर प्रदेश के कानपुर पहुंचे मलखान सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलवामा में जो हमारे सैनिक शहीद हुए है उसको लेकर हमारा खून खौल रहा है. कब तक उनके जवान इसी तरफ से मरते रहेंगे. ऐसे में अब समय आ गया है इन्हें धुल चटाने की. यदि भारत सरकार उनको इजाजत दे तो उनके साथ 700 बागी हैं, जो अपनी जान पर खेलकर आतंकवादियों से लड़ने के लिए तैयार है. इसलिए उन्हें कोई वेतन नहीं चाहिए, सरकार चाहे तो इसके लिए उनसे लिखित में ले ले. यह भी पढ़े: पुलवामा आतंकी हमला: इमरान खान के बयान पर भड़की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, पूछा ये सवाल
15 साल तक चम्बल घाटी में कोई कथा नहीं बाची: मलखान सिंह
मीडिया ने जब पूर्व दस्यु सरगना मलखान से आगे सवाल पूछा कि कितनों को मारोगो तो उनका जवाब था कि हम अनाड़ी नहीं है, हमने 15 साल तक चम्बल घाटी में कोई कथा नहीं बाची जो होगा देखा जाएगा, लेकिन वे भारत सरकार को भरोषा दिलाना चाहते है कि पाकिस्तान के आतंकियों को खत्म करके ही आएंगे लेकिन पीछे नहीं हटेगा. क्योंकि हमारी प्लानिंग बहुत पक्की रहेगी. इसलिए वे चाहते हैं कि सरकार उनके लोगों को शहीद जवानों का बदला लेने के लिए बॉर्डर पर भेजे.
40 सीआरपीएफ जवान हुए है शहीद
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ (CRPF) के जवान शहीद हुए थे. इस हमले के जिम्मेदारी पाकिस्तान आतंकी संघटन संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. इस हमले को लेकर जैश-ए-मोहम्मद संगठन का प्रमुख मसूद अजहर खुद एक वीडियो जारी कर जिम्मेदारी ले चुका है कि उसने अपने भतीजे के मौत का बदला लेने के लिए भारत पर किया है. मसूद अजहर के इस कबूलनामा के बाद देश के हर नागरिक का खून खौल रहा है. हर कोई चाहता है कि भारत सरकार पाकिस्तान के आतंकियों से बदल ले.