लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बंदरों के आतंक से एक वृद्ध व्यक्ति की मौत हो गई. यह मामला टिकरी गांव का है. पुलिस के मुताबिक पीड़ित धर्मपाल सिंह सूखी लकडियां इकट्ठा कर रहा था. तभी बंदरों के एक झुंड ने वृछों के उपर से वृद्ध व्यक्ति के उपर पत्थर बरसाना शुरू कर दिए. जिससे धर्मपाल के सिर और सीने पर गंभीर चोट आई और उसकी जगह पर ही मौत हो गई. लोगों ने सुचना के उपरांत वृद्धि को अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन उपचार के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई.
पीड़ित के परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और बंदरों को आरोपी बनाया है. उन्होंने कहा, "ये उदंड बंदर ही असली दोषी हैं. उन्हें इसकी सजा मिलनी चाहिए. हमनें बंदरों के खिलाफ एक लिखित शिकायत पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस एफआईआर दर्ज करने के लिए तैयार नहीं है." हालांकि पुलिस ने इस मामले को दुर्घटना के रूप में रजिस्टर किया है. लेकिन पीड़ित का परिवार इससे संतुष्ट नहीं हैं और वह इसके लिए उच्च अधिकारियों को लिखने की बात कह रहे हैं. यह भी पढ़े-प्याज की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाएगी सरकार
ग्रामीणों की मानें, तो इलाके में मौजूद बंदरों ने उनकी जिंदगी नरक बना दी है. एक ग्रामीण ने बताया कि धर्मपाल सिंह की मौत भले की बंदरों के आतंक का सबसे खराब मामला हो, लेकिन उन्होंने गांव के लोगों की जिंदगी नरक बना रखी है. इसका कोई हल नजर नहीं आ रहा है. वहीं पुलिस का कहना है, "हम बंदरों के खिलाफ कैसे मामला दर्ज कर सकते हैं? इससे हमारी जगहंसाई होगी. मुझे नहीं लगता कि ये एक जायज मांग है. हमने इसे अपने केस डायरी में दर्ज कर लिया है, जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम हुआ."