दक्षिण तमिलनाडु में भारी बारिश के कारण झरनों में पानी बढ़ने से अचानक आई बाढ़
भारी बारिश | प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

चेन्नई, 17 अक्टूबर: दक्षिणी तमिलनाडु (South Tamil Nadu) में लगातार और भारी बारिश के मद्देनजर तेनकासी जिले के कुट्रालम जलप्रपात और थेनी जिले के चिन्ना सुरुली जलप्रपात के क्षेत्रों में अचानक बाढ़ आने की खबर है. जनता के प्रवेश को रोकने के लिए वन विभाग के अधिकारी जलप्रपात क्षेत्रों की घेराबंदी कर रहे हैं. यह भी पढ़े:

दक्षिण तमिलनाडु के जिलों - थेनी, डिंडीगुल, मदुरै, रामनाथपुरम, विरुधुनगर, शिवगंगा, थूथुकुडी, तेनकासी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है और महीने में अब तक नियमित बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, यह 2019 और 2020 की बारिश की तुलना में बहुत अधिक है. यह भी पढ़े: Kerala Rains: केरल में भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त, अब तक 8 की मौत, कई लापता, बचाव के लिए NDRF की 11 टीमें होंगी तैनात

आईएमडी के अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण तमिलनाडु के जिलों में बारिश के गेज ने अक्टूबर में 1,092 मिमी वर्षा मापी है और यह 2020 में इसी अवधि के दौरान लगभग तीन गुना है. अक्टूबर 2019 में, दक्षिणी तमिलनाडु में दर्ज की गई वर्षा की मात्रा 486.90 मिमी और अक्टूबर 2020 में, यह 348.50 मिमी था. तिरुनेलवेली में पापनासम रेन गेज स्टेशन ने 'अत्यधिक वर्षा' दर्ज की.

जल संसाधन विभाग ने रविवार को एक बयान में कहा कि तिरुनेलवेली जिले के पापनासम बांध में 131.30 फीट के स्तर तक पानी था, जबकि इसकी अधिकतम ऊंचाई 143 फीट थी, जबकि 2020 में 108.30 फीट और 2019 में 106.30 फीट थी. बयान में कहा गया है कि इसी जिले के मणिमुथर जलाशय में जल स्तर 74.50 फीट (अधिकतम स्तर 118 फीट), 2019 में 44.20 फीट और 2020 में 73.80 फीट था.

कन्याकुमारी जिले में मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है. पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश से जिले के निचले इलाकों में पानी भर गया है और सभी बांधों में पानी का बहाव लगातार बना हुआ है. थेनी और डिंडीगुल जिलों में भी, मौसम विज्ञानियों ने अगले 24 घंटों के लिए भारी बारिश की भविष्यवाणी की है और इन जिलों में पुलिस और जल संसाधन विभाग हाई अलर्ट पर हैं.