Diwali Muhurat Trading: दिवाली 31 अक्टूबर को लेकिन मुहूर्त ट्रेडिंग 1 नवंबर को, जानें इस बार ऐसा क्यों और क्या है यह परंपरा

दिवाली के त्योहार पर एक विशेष परंपरा निभाई जाती है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है. इस दिन सामान्य छुट्टी के बावजूद भारतीय शेयर बाजार शाम को कुछ समय के लिए खुलता है.

Bombay Stock Exchange | PTI

Diwali Muhurat Trading: दिवाली के त्योहार पर एक विशेष परंपरा निभाई जाती है, जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग (Diwali Muhurat Trading) कहा जाता है. इस दिन सामान्य छुट्टी के बावजूद भारतीय शेयर बाजार शाम को कुछ समय के लिए खुलता है. यह ट्रेडिंग सेशन एक घंटे का होता है और इसे निवेशकों के लिए एक शुभ समय माना जाता है. इस साल, दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी, लेकिन मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन 1 नवंबर को होगा.

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क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग?

मुहूर्त ट्रेडिंग वह परंपरा है जो भारतीय शेयर बाजार में लगभग 68 सालों से चली आ रही है. इस परंपरा के अनुसार, दिवाली के दिन शाम को, विशेष रूप से एक घंटे के लिए, सभी प्रमुख एक्सचेंज (NSE और BSE) ट्रेडिंग के लिए खोले जाते हैं. इस सेशन का समय शाम 6 से 7 बजे निर्धारित किया जाता है और इसे खास तौर पर शुभ माना जाता है. इस दिन सभी सेगमेंट में ट्रेडिंग होती है, जैसे इक्विटी, करेंसी डेरिवेटिव्स, फ्यूचर्स और ऑप्शंस आदि.

मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन भारतीय संस्कृति में दिवाली के दिन का महत्व दर्शाता है. मुहूर्त ट्रेडिंग से जुड़ी इस परंपरा का उद्देश्य निवेशकों को एक शुभ समय में ट्रेडिंग का अवसर देना है, ताकि उनकी संपत्ति में बढ़ोतरी हो और उनके वित्तीय निवेश में सकारात्मकता आए. इस दिन निवेशकों को यह विश्वास होता है कि बाजार में ट्रेडिंग करने से वर्षभर की आर्थिक प्रगति में सफलता मिलेगी.

मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व

मुहूर्त ट्रेडिंग में निवेश करना केवल आर्थिक लाभ का जरिया ही नहीं बल्कि एक धार्मिक आस्था भी माना जाता है. भारतीय निवेशक इस परंपरा को बहुत महत्व देते हैं और इसे एक सकारात्मक निवेश के रूप में देखते हैं. इसके अलावा, यह ट्रेडिंग सेशन नए निवेशकों को बाजार में प्रवेश करने का एक आसान तरीका भी देता है.

मुहूर्त ट्रेडिंग की तारीख और समय

इस वर्ष, BSE और NSE ने 1 नवंबर 2024 को मुहूर्त ट्रेडिंग के आयोजन की घोषणा की है. इसका प्री-ओपन सेशन शाम 5:45 से 6:00 बजे तक होगा, जबकि मुख्य ट्रेडिंग सेशन 6 बजे से 7 बजे तक चलेगा. इस दौरान निवेशक आसानी से स्टॉक्स की खरीद-बिक्री कर सकते हैं, चाहे वह इक्विटी हो या कमोडिटी, सब में ट्रेडिंग की अनुमति होती है.

इस साल क्यों हो रही है 1 नवंबर को मुहूर्त ट्रेडिंग?

हालांकि, इस बार दिवाली 31 अक्टूबर को है, फिर भी 1 नवंबर को मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जाएगा. इसके पीछे कारण है कि BSE और NSE ने त्योहारों और अन्य कारणों के चलते इस तारीख में बदलाव किया है. इससे भारतीय शेयर बाजार में काम करने वालों को इस शुभ मौके पर एक अलग अनुभव मिलेगा और वे 1 नवंबर को ट्रेडिंग का लाभ उठा सकेंगे.

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