नई दिल्ली: एलओसी (Line of Control) पर हालात सुधारने के लिए भारत और पाकिस्तान (Pakistan) के डीजीएमओ (Director Generals of Military Operations) के बीच हॉटलाइन पर बातचीत हुई है. इस दौरान दोनों देशों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति बहाली के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. साथ ही दोनों देशों ने समझौते का कड़ाई से पालन करने पर सहमति जताई है. माना जा रहा है कि इस बातचीत के बाद अब एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन (Ceasefire Violation) के मामलों में बड़ी कमी आएगी. भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों से निराधार दुष्प्रचार करने पर पाकिस्तान की निन्दा की
भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने हॉटलाइन संपर्क के स्थापित तंत्र के बारे में विचार-विमर्श किया. दोनों पक्षों ने नियंत्रण रेखा और अन्य सभी क्षेत्रों में एक खुले, स्पष्ट और सौहार्दपूर्ण वातावरण में स्थिति की समीक्षा की. दोनों देशों की सीमाओं के साथ-साथ पारस्परिक रूप से लाभदायक और स्थायी शांति अर्जित करने के हित में दोनों डीजीएमओ एक-दूसरे के उन प्रमुख मुद्दों और चिंताओं के बारे में चर्चा करने पर सहमत हुए जिनमें शांति को भंग करने और हिंसा को बढ़ावा देने की प्रवृत्ति है.
Director Generals of Military Operations of India & Pakistan held discussions over the established mechanism of hotline contact. The two sides reviewed the situation along the Line of Control and all other sectors in a free, frank and cordial atmosphere: Joint statement
— ANI (@ANI) February 25, 2021
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी अधिकारिक बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने सभी अनुबंधों और समझौतों का कड़ाई से पालन करने और 24/25 फरवरी 2021 की मध्यरात्रि से नियंत्रण रेखा और अन्य सभी क्षेत्रों में युद्धविराम का पालन करने पर सहमति व्यक्त की. दोनों पक्षों ने यह दोहराया कि हार्डलाइन संपर्क के मौजूदा तंत्र और सीमा पर फ्लैग बैठकों का किसी अप्रत्याशित स्थिति या गलतफहमी का समाधान करने में उपयोग किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को कहा कि भारत के साथ केवल कश्मीर का ‘विवाद’ है और इसे वार्ता के जरिए सुलझाया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा विवाद केवल कश्मीर को लेकर है और इसे वार्ता के जरिए सुलझाया जा सकता है.’’
इस महीने की शुरुआत में भारत ने कहा था कि वह आतंक, हिंसा और अस्थिरता मुक्त माहौल में पाकिस्तान के साथ रिश्ते सामान्य बनाना चाहता है. खान ने कहा, ‘‘जैसे ही मैं सत्ता में आया, मैंने अपने पड़ोसी भारत से संपर्क किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि वार्ता के जरिए दोनों देशों के मतभेद सुलझाए जा सकते हैं.’’ भारत ने कहा है कि आतंक और अस्थिरता मुक्त माहौल तैयार करना पाकिस्तान की जिम्मेदारी है.