पुलवामा हमला: मोदी सरकार का बड़ा फैसला, अब हवाई मार्ग के जरिए जम्मू व श्रीनगर का सफर तय करेंगे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवान

इस निर्णय से कॉन्स्टेबल, हेड कॉन्स्टेबल और सहायक उप निरीक्षक रैंक के लगभग 7 लाख 80 हजार अर्धसैनिक कर्मियों को तुरंत लाभ होगा.

Photo Credit: File | PTI

जम्मू कश्मीर के पुलवामा (Pulwama) में आतंकवादी हमले में 40 जवानों के शहीद होने की घटना के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को बड़ा फैसला लिया है. गृह मंत्रालय (MHA) ने एक आदेश जारी कर कहा है, ‘केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के सभी कर्मियों के लिए दिल्ली-श्रीनगर, श्रीनगर-दिल्ली, जम्मू-श्रीनगर और श्रीनगर-जम्मू सेक्टर पर हवाई यात्रा की मंजूरी दी गई है.’ इसमें कहा गया है कि इस निर्णय से कॉन्स्टेबल, हेड कॉन्स्टेबल और सहायक उप निरीक्षक रैंक के लगभग 7 लाख 80 हजार अर्धसैनिक कर्मियों को तुरंत लाभ होगा. दरअसल, अब तक इस श्रेणी के कर्मी विमान यात्रा के हकदार नहीं थे. बयान में कहा गया, ‘इसमें ड्यूटी पर यात्रा या छुट्टी पर जाने की यात्रा शामिल है, यानी जम्मू कश्मीर से घर आने और लौटने के दौरान.’

केन्‍द्रीय सशस्‍त्र पुलिस बलों के जवानों के लिए जम्‍मू कश्‍मीर में विमान यात्रा सुविधा पहले केवल जम्‍मू-श्रीनगर-जम्‍मू सेक्‍टर के लिए ही उपलब्‍ध कराई गई थी जिसका दिसंबर 2017 में विस्‍तार कर इसे दिल्‍ली-जम्‍मू, जम्‍मू-श्रीनगर,श्रीनगर-जम्‍मू और जम्‍मू –दिल्‍ली सेक्‍टर तक के लिए भी बढ़ा दिया गया था. दिंसबर 2018 में जवानों के लिए विमान यात्रा की संख्‍या भी बढ़ाई गई थी. इसके अलावा उन्‍हें भारतीय वायुसेना की ओर से जब भी आवश्‍यकता हो मदद का प्रावधान भी है. यह भी पढ़ें- नेहरू के कारण फंसा हुआ है कश्मीर, सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो आज नहीं होती ये समस्या: अमित शाह

गौरतलब है कि सीआरपीएफ के 2,500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में यात्रा कर रहे थे जब आतंकवादियों ने 14 फरवरी को दोपहर करीब तीन बजकर 15 मिनट पर श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर दक्षिण कश्मीर के अवंतिपुरा के लातूमोड़ में घात लगाकर हमला किया. ज्यादातर जवान छुट्टी बिताने के बाद ड्यूटी पर लौट रहे थे. अधिकारियों ने बताया था कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है. यह हमला श्रीनगर से करीब 20 किलोमीटर दूर हुआ था.

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