नई दिल्ली, 28 सितंबर : देश की राजधानी दिल्ली से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. एक पिता ने अपनी चार विकलांग बेटियों के साथ खुदकुशी कर ली. यह घटना वसंत कुंज के रंगपुरी गांव की है. मृतक हीरा लाल (50) की पत्नी की पहले ही मौत हो गई थी. वह अपनी चार बेटियों नीतू (18), निशि (15), नीरू (10) और निधि (8) के साथ रहता था. सभी बेटियां विकलांग थीं और चलने-फिरने में असमर्थ थीं. हीरालाल वसंत कुंज स्थित स्पाइनल इंजरी हास्पिटल में बढ़ई का काम करता था.
शुक्रवार को जब हीरालाल के फ्लैट से बदबू आनी शुरू हुई, तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. शुक्रवार दोपहर को फ्लैट का ताला तोड़कर शवों को निकाला गया. पुलिस ने मकान मालिक और अन्य लोगों की उपस्थिति में दरवाजा तोड़ा तो पांच शव पड़े हुए थे. शवों को निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. यह भी पढ़ें : BJP Sankalp Maharally: जम्मू-कश्मीर में ‘भाजपा संकल्प महारैली’ को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
पुलिस के मुताबिक, फ्लैट में कुछ संदिग्ध घटना होने की सूचना मिली थी. मौका स्थल पर पहुंचे तो बदबू आ रही थी. फ्लैट का दरवाजा तोड़ना पड़ा. एक कमरे में बिस्तर पर व्यक्ति का शव मिला, जबकि दूसरे कमरे में लड़कियों के शव मिले. सीबीआई की एफएसएल टीम को मौके से सबूत जमा करने के लिए बुलाया गया था. सूत्रों के अनुसार परिवार ने सल्फास खाकर खुदकुशी की है. मामले की जांच की जा रही है.
डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि शवों पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं मिले, लेकिन घर के अंदर सल्फास के तीन पैकेट, पांच गिलास और एक चम्मच मिला जिसमें संदिग्ध तरल पदार्थ था. धारा 194 बीएनएसएस के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. शवों के पोस्टमार्टम के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है और सभी एंगल से आगे की जांच जारी है.
मृतक के भाई मोहन शर्मा और भाभी गुड़िया शर्मा ने बताया कि हीरालाल ने पत्नी की मौत के बाद पारिवारिक मामलों में रुचि लेना बंद कर दिया था. वह हमेशा किसी न किसी अस्पताल में अपनी बेटियों के इलाज में व्यस्त रहता था. बेटियां भी कमरे से बाहर कम ही निकलती थीं. मृतक और उसके परिवार को आखिरी बार 24 सितंबर को पड़ोसियों ने देखा था. हालांकि पुलिस को अभी तक सुसाइड नोट नहीं मिला है.