दिल्ली: JNU के छात्रों ने HRD मंत्रालय के सामने किया प्रदर्शन, हॉस्टल फीस बढ़ोत्तरी को लेकर चार हफ्तों से जारी है उनका आंदोलन

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों ने शुक्रवार को मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय परिसर के करीब प्रदर्शन किया. छात्रावास शुल्क वृद्धि के विरोध में पिछले चार हफ्ते से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे छात्रों का कहना है कि पूरी बढ़ोतरी वापस लिए जाने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.

जेएनयू छात्रों का विरोध प्रदर्शन (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली:  जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) (Jawaharlal Nehru Uinversity) के छात्रों ने शुक्रवार को मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय (HRD Ministry) परिसर के करीब प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि विश्वविद्यालय में सामान्य कामकाज को बहाल किए जाने को लेकर सरकार द्वारा गठित समिति की अनुशंसाओं को सार्वजनिक किया जाए. छात्रावास शुल्क वृद्धि (Hostel Fees Raise) के विरोध में पिछले चार हफ्ते से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे छात्रों का कहना है कि पूरी बढ़ोतरी वापस लिए जाने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.

जेएनयू छात्रसंघ के चार पदाधिकारियों ने मानव संसाधन सचिव आर सुब्रमण्यम ने मिलकर अपनी मांगे रखी. जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष ने प्रदर्शनकारियों को बताया, “हमने सचिव से मुलाकात की और हमे कहा गया है कि मानव संसाधन मंत्री हमसे जल्द मिलेंगे. अधिकारियों ने हमें बताया कि समिति की रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं की जा सकती.  हमनें उन्हें बता दिया है कि हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.” यह भी पढ़ें: JNU Protest: जेएनयू के छात्रों ने केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री का आश्वासन मिलने के बाद धरना किया खत्म

एचआरडी मंत्रालय ने विश्वविद्यालय में सामान्य कामकाज की बहाली के लिये तीन सदस्यीय एक समिति गठित की थी. इसने अपनी रिपोर्ट मंगलवार को मंत्रालय को सौंप दी. छात्र संघ का प्रदर्शन इस मांग के लिए हो रहा है कि रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए और छात्रावास शुल्क वृद्धि पूरी तरह से वापस ली जाए.

शुल्क वृद्धि के विरोध ने 11 नवंबर को तब और गंभीर रुप ले लिया जब अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के परिसर के बाहर प्रदर्शन के दौरान जेएनयू के हजारों छात्रों का पुलिस के साथ संघर्ष हो गया. वहां जेएनयू का दीक्षांत समारोह आयोजन किया गया था. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' समारोह स्थल पर छह घंटे से अधिक समय तक फंसे रहे.

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