Agnipath Scheme: हंगामें के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की युवाओं से अपील, सेना भर्ती की तैयारी अभी से शुरू करें
सेना में बहाली के लिए 'अग्निपथ' योजना की घोषणा की थी, जिसके बाद कई राज्यों में इसका जमकर विरोध हो रहा है, बिहार और उत्तर प्रदेश में इसका सबसे अधिक असर देखने को मिल रहा है.
Agnipath Scheme: नरेंद्र मोदी सरकार ने मंगलवार को सेना में बहाली के लिए 'अग्निपथ' योजना की घोषणा की थी, जिसके बाद कई राज्यों में इसका जमकर विरोध हो रहा है, बिहार और उत्तर प्रदेश में इसका सबसे अधिक असर देखने को मिल रहा है. प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया. वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर युवाओं से खास अपील की है. उन्होंने कहा "केंद्र सरकार द्वारा घोषित की गई ‘अग्निपथ योजना’ भारत के युवाओं को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश सेवा करने का सुनहरा अवसर है. पिछले दो वर्षों से सेना में भर्ती की प्रक्रिया नहीं होने के कारण बहुत से युवाओं को सेना में भर्ती होने का अवसर नहीं मिल सका था." Bihar: 'अग्निपथ' पर युवाओं का तांडव, समस्तीपुर और लखीसराय में ट्रेन में लगाई आग
राजनाथ सिंह ने कहा "युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर सरकार ने अग्निवीरों को भर्ती की आयु सीमा को इस बार 21 वर्ष से बढ़ा कर 23 वर्ष कर दी है. यह (One Time Relaxation) दिया गया है. इससे बहुत सारे युवाओं को अग्निवीर बनने की पात्रता प्राप्त हो जाएगी."
मैं पीएम मोदी को युवाओं के भविष्य की चिंता करने और उनके प्रति संवेदनशीलता के लिए हृदय से धन्यवाद करता हूं. मैं युवाओं से अपील करता हूं कि सेना में भर्ती की प्रक्रिया कुछ ही दिनों में प्रारम्भ होने जा रही है. वे इसके लिए अपनी तैयारी शुरू करें.
आपको बता दें कि सरकार ने अग्निपथ योजना के लिए ऊपरी आयु सीमा में 21 वर्ष से बढ़ाकर 23 वर्ष करने के लिए एकमुश्त छूट प्रदान की है. सेना भर्ती के लिए निर्धाारित शैक्षणिक योग्यता पूर्ववत ही रहेगी. 12वीं पास उम्मीदवार अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए पात्र होंगे. फिजिकल स्टैंडर्ड और फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन होगा.
इस योजना के तहत हर साल करीब 45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा. ये भर्तियां मेरिट और मेडिकल टेस्ट के आधार पर की जाएंगी. 4 साल की सेवा के दौरान अग्निवीर शहीद या दिव्यांग हो गए, तो 44 लाख रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा. चार साल पूरे होने के बाद 25 फीसदी को फिर सेना में 15 साल और सेवा करने का मौका मिलेगा.