Cyclone Kyarr: चक्रवाती तूफान ‘क्यार’ बरपा सकता है कहर, महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश की संभावना

चक्रवाती तूफान क्यार के चलते महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में बहुत भारी बारिश हो सकती है. भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार रात 11.30 बजे चक्रवाती तूफान क्यार का केंद्र रत्नागिरि से लगभग 200 किलोमीटर पश्चिम और दक्षिण व दक्षिण-पश्चिम मुंबई से 300 किलोमीटर पर था. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले पांच दिनों में यानी 31 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान क्यार ओमान तट की ओर बढ़ेगा.

तूफान/ प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

चक्रवाती तूफान क्यार (Cyclonic Storm Kyarr) के चलते महाराष्ट्र (Maharashtra) के तटवर्ती इलाकों में बहुत भारी बारिश (Heavy Rains) हो सकती है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि शुक्रवार रात 11.30 बजे चक्रवाती तूफान क्यार का केंद्र रत्नागिरि (Ratnagiri) से लगभग 200 किलोमीटर पश्चिम और दक्षिण व दक्षिण-पश्चिम मुंबई (Mumbai) से 300 किलोमीटर की दूरी पर था. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले पांच दिनों में यानी 31 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान क्यार ओमान (Oman) तट की ओर बढ़ेगा. इस बीच, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के चलते पालघर जिला कलेक्टर कैलाश शिंदे ने मछुआरों को समुद्र तट पर नहीं जाने की चेतवानी दी है.

जिला मत्स्य अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि 1411 नौकाएं समुद्र में गई थीं, जिनमें से 1,378 वापस लौट आईँ जबकि शेष 33 नौकाओं को सुरक्षित समुद्र किनारे लाने के प्रयास जारी हैं. उधर, गोवा में शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा. वहीं, मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार को भी इतनी ही तेज बारिश होगी.

मौसम विभाग के अधिकारी के अनुसार पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के तटवर्ती जिलों रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में अगले 12 घंटों में चक्रवाती तूफान ‘क्यार’ के कारण भारी बारिश होने के आसार हैं. यह भी पढ़ें- Cyclone Kyarr Alert: चक्रवाती तूफान ‘क्यार’ के चलते महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक में भारी बारिश का अलर्ट जारी.

बारिश के कारण शुक्रवार को कनकोना और मडगांव के बीच कई स्थानों पर मुंबई-गोवा राष्ट्रीय राजमार्ग पानी में डूबा रहा. उल्लेखनीय है कि पूर्वी केंद्रीय अरब सागर के ऊपर बन रहे कम दबाव के क्षेत्र ने 25 अक्टूबर को ‘क्यार’ चक्रवात का रूप ले लिया था.

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