Cyclone Fani: ओडिशा में मृतकों की संख्या बढ़कर 64 तक पहुंची, नुकसान का जायजा लेने पहुंचा केंद्रीय दल

चक्रवात फानी से ओडिशा को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए नौ सदस्यीय केंद्रीय दल भुवनेश्वर पहुंचा.

फानी ने बरपाया कहर (Photo Credits-PTI)

हाल ही में आए चक्रवाती तूफान फानी (Cyclone Fani) के कारण ओडिशा (Odisha) में मरने वालों की संख्या बढ़कर 64 हो गई है. राज्य सरकार ने रविवार को 21 और लोगों के मरने की पुष्टि की. अधिकारी ने बताया कि तीन मई को 240 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवा के साथ आए चक्रवाती तूफान में कम से कम 241 लोग घायल हो गए. शनिवार तक मृतकों की संख्या 43 थी जो अब बढ़कर 64 हो गई. इसमें पुरी (Puri) में 39, केंद्रपाड़ा में तीन, मयूरभंज में चार, जाजपुर में तीन, कटक में छह और खोरधा (Khordha) में 9 मौतें हुई हैं. इस बीच भीषण चक्रवात फानी से ओडिशा को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए नौ सदस्यीय केंद्रीय दल भुवनेश्वर (Bhubaneswar) पहुंच गया.

अंतर मंत्रालयी दल की अगुवाई गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव विवेक भारद्वाज कर रहे हैं. यह दल सोमवार से प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का जायजा लेना आरंभ करेगा लेकिन इससे पहले विशेष राहत आयुक्त बी. पी. सेठी उन्हें स्थिति की जानकारी देंगे. उधर, केंद्रपाड़ा जिले के भितरकणिका राष्ट्रीय उद्यान में हबेलिकाहती द्वीप, एक पसंदीदा इको-पर्यटन स्थल है, जिसे चक्रवात फानी के दौरान उठे शक्तिशाली ज्वार की लहरों ने तबाह कर दिया. यह भी पढ़ें- Cyclone Fani: जानिए कैसे पड़ा ये नाम और क्या है इसका मतलब?

वन अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात फानी ने 3 मई को पुरी के आस-पास दस्तक दी थी. राजनगर मैंग्रोव (वन्यजीव) वन विभाग के प्रभागीय वन अधिकारी बिमल प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि लेकिन एक दिन बाद, 4 मई को ज्वार की 10 फुट ऊंची लहरों ने समुद्र के किनारे के द्वीप को तहस-नहस कर दिया. समुद्र के पास स्थित चार गेस्ट हाउस ज्वार की तीव्र लहरों की चपेट में आ गए. आचार्य ने कहा कि समुद्र की लहरों के प्रभाव के कारण संरचनाओं में आयी दरारों से इको-टूरिज्म कॉम्प्लेक्स को और नुकसान पहुंचा है. पर्यटकों के लिए बाकी चीजों को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है.

भाषा इनपुट

Share Now

\