कोरोना से जंग जारी: ओडिशा-पंजाब के बाद अब महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल ने भी 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाया
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल से बढ़ाकर 30 अप्रैल तक कर दी है. महाराष्ट्र के अलावा पश्चिम बंगाल में भी लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल से बढ़ाकर 30 अप्रैल तक कर दी गई है.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल से बढ़ाकर 30 अप्रैल तक कर दी है. महाराष्ट्र के अलावा पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भी लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल से बढ़ाकर 30 अप्रैल तक कर दी गई है. इससे पहले ओडिशा और पंजाब सरकार ने राज्य में लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल से बढ़ाकर 30 अप्रैल की थी.
बता दें कि देश भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर बढ़ता जा रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों में हर रोज इजाफा देखने को मिल रहा है. अब तक देश में 7447 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. वहीं 239 लोगों की अब तक मौत भी हो चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल (Luv Aggarwal) ने कहा कि अब तक 642 लोग ठीक हो चुके हैं, कल 1035 नए मामले सामने आए हैं, जिससे देशभर में कुल मामले बढ़कर 7447 हो गई है. कल 40 मौतें हुई हैं जिससे मरने वालो की संख्या बढ़कर 239 हो गई है. देश में कोरोना वायरस के संकट के कारण 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोविड-19 के लिए भारत की प्रतिक्रिया सक्रिय रही है. हमने एक वर्गीकृत दृष्टिकोण का पालन किया है. उन्होंने बताया कि देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए 586 अस्पताल और एक लाख से अधिक आइसोलेशन बेड और 11,500 ICU बेड हैं.
यह भी पढ़ें- बंद और सामाजिक दूरी कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए सबसे प्रभावी ‘सामाजिक दवा’: हर्षवर्धन
लव अग्रवाल ने आगे कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडाउन और रोकथाम के उपाय महत्वपूर्ण हैं. अगर हमने कोई उपाय नहीं किया होता तो इस समय हमारे सामने दो लाख मामले होते.