Coronavirus: बीएमसी का फरमान- कोरोना से मरने वालों के शव को जलाया जाएगा, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा- फैसला वापस लिया गया

इस बीच इस महामारी से मरने वाले पीड़ितों के अंतिम संस्कार को लेकर बृहन मुंबई महानगरपालिका की तरफ से आदेश जारी हुआ है. जिस आदेश में पीड़ितों के परिवार को उनके अंतिम संस्कार को लेकर कोई परेशानी ना हो बीएमसी की तरफ से कहा गया है की मरने वाले पीड़ितों का उनके धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार हो.

कोरोना वायरस का कहर (Photo Credit-PTI)

मुंबई: कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर पूरे देश में कोहराम मचा हुआ है. अब तक यह महामारी सबसे ज्यादा किसी भी राज्य में अपना सबसे अपना कहर दिखा रही है तो वह महाराष्ट्र है इसके बाद केरल है. जहां पर सबसे ज्यादा मामले कोरोना के सामने आ रहे हैं. हालांकि एक के बाद एक सभी राज्यों में इस महामारी को लेकर मामलों में कमी नहीं आ रही है. महाराष्ट्र की बात करे तो इस प्रदेश में अब तक संक्रमण से मरने वालों की संख्या जहां बढ़कर 10 हो गई है. वहीं अब तक प्रदेश में इसकी संख्या 216 पहुंच गई है. हालंकि भारत सरकार के साथ ही महाराष्ट्र सरकार इस महामारी को रोकने को लेकर हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन इस प्रदेश के कोरोना के मामले एक के बाद एक बढ़ते ही जा रहे है.

इस बीच इस महामारी से मरने वाले पीड़ितों के अंतिम संस्कार को लेकर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC ) की तरफ से एक सर्कुलर जारी हुआ है. जिस सर्कुलर  में कहा गया की चाहे किसी भी धर्म का कोई भी हो पर उसेक शव को दफनाया जाएगा ना कि जलाया जाएगा. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र में कोरोना का कहर: मुंबई में 80 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा, अब तक 10 की गई जान

बीएमसी के इस आदेश के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट करते हुए कहा की बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी से बात करने के बाद बीएमसी ने सर्कुलर को वापस ले लिया है. अपने ट्वीट में उन्होंने यह भी कहा की 'यह आपको ध्यान दिलाने के लिए है कि मैंने बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी से कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गंवा चुके लोगों के दाह संस्कार के लिए उनके द्वारा जारी किए गए सर्कुलर के बारे में बात की हैं. जिस सर्कुलर को अब वापस ले लिया गया है.

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक का बयान:

बता दें कि इस महामारी से अब तक पूरे देश में अब तक 34 लोगों की जाने जा चुकी हैं वहीं 1071 लोग संक्रमित है. जिसमें 99 ठीक भी हुए हैं.   देश में हालात ना बिगड़े 21 दिनों के लिए भारत सरकार की  तरफ से लॉकडाउन की घोषणा की गई है. ताकि इस महामारी को  दूसरे लोगों में फैलने से रोका जा सके.

Share Now

\