अपने जन्मदिन के दिन ही नक्सली हमले में शहीद हुआ सालिकराम
शहीद सालिकराम का 20 मई को जन्म दिन था

नई दिल्ली. शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा. देश के लिए मर मीटना किसी सम्मान से कम नहीं होता है. शायद यही कारण है कि अपनी जान की परवाह किए बिना देश के जवान और पुलिस हमेशा बलिदान देने से नहीं चुकते हैं. भारतीय सीमा से लेकर देश के अंदर नक्सली हमलों को रोकना इनकी जिम्मेदारी होती है. एक ऐसा ही जवान नक्सलियों से मुकाबला करते हुए अपने जन्मदिन के दिन अपनी जान गवां दी.

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने पुलिस के जवानों पर हमला कर दिया था. इस हमले में विकासखण्ड चारामा के ग्राम चिनौरी के सालिकराम सिन्हा शहीद हो गए. बता दें कि सालिकराम का 20 मई को जन्म दिन था. लेकिन जन्मदिन न मनाने का फैसला करते हुए उन्होंने अपने साथियों के साथ नक्सलियों से दो-दो हाथ करने का फैसला किया. इस दौरान उन्हें वीरगति प्राप्त हुई.

वहीं सुबह के वक्त सालिकराम को बधाई देने वाले उनके परिजनों को इस बात का आभास नहीं था की उनका लाल शहीद हो गया है. जैसे परिवार को इस बात की जानकारी मिली तो पूरे गांव में मातम पसर गया. सालिकराम के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चें हैं. बता दें कि सालिकराम ने पांचवीं-आठवीं की शिक्षा ग्राम के स्कूल में तथा हाईस्कूल की पढ़ाई गीदम से किया था.

गौरतलब हो कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रविवार सुबह हुए नक्सली हमले में सात जवान शहीद हो गए थे. पांच जवान घटनास्थल पर ही शहीद हो गए थे, वहीं दो जवानों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. शहीद जवानों में 4 जवान छत्तीसगढ़, 2 जवान उत्तर प्रदेश और 1 जवान बिहार के हैं.