भोपाल 19 मई : मध्य प्रदेश के कई हिस्सों मे सांप्रदायिक सौहाद्र्र पर आ रही आंच के साथ अपराधियों और पेयजल जैसी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के तेवर सख्त हैं. गुरुवार की सुबह साढ़े छह बजे उन्होंने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए जबलपुर संभाग और सिवनी के अधिकारियों की वर्चुअल बैठक की. मुख्यमंत्री चौहान ने वर्चुअल बैठक में अधिकारियों से कहा कि सामाजिक सौहाद्र्र बनाए रखना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. सामाजिक ताने-बाने से छेड़छाड़ करने वालों, समुदायों में दूरियां पैदा करने वालों और अशांति फैलाने वालों पर नजर रखी जाए. ऐसी गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए.
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गो-वंश के परिवहन, गौ-वध में लिप्त व्यक्तियों और इससे जुड़े माफिया की पड़ताल कर इनके नेटवर्क को ध्वस्त करें. उन्होंने कहा कि विकास और जन-सेवा से हमें विभिन्न समुदायों में विश्वास पैदा कर सामाजिक समरसता को बनाए रखना है. हमारा प्रयास यह है कि किसी भी कीमत पर समुदायों में दूरियां नहीं बढ़े. मुख्यमंत्री चौहान ने दबंगों और माफियाओं से अतिक्रमण मुक्त कराई गई भूमि की जानकारी भी प्राप्त की. सिवनी कलेक्टर ने उन्हें बताया कि अब तक 200 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई है. यह भूमि प्रधानमंत्री आवास और मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना के लिए सुरक्षित रखी गई है. मुख्यमंत्री चौहान ने सिवनी जिले में पेयजल की स्थिति की जानकारी प्राप्त की तथा जल जीवन मिशन के जारी कार्यों की अद्यतन स्थिति पर जिला कलेक्टर से चर्चा की. यह भी पढ़ें : केपीसीसी अध्यक्ष सुधाकरन पर केस दर्ज, पिनाराई विजयन पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री आवास तथा आवास प्लस के संबंध में जानकारी प्राप्त की और कहा की पंचायत एवं ग्रामीण विकास की योजनाओं में मैदानी स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. लिप्त अधिकारी-कर्मचारियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाये. मुख्यमंत्री चौहान ने सिवनी जिले में एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत सीताफल की बेहतर ब्रांडिंग और मार्केटिंग करने के निर्देश दिया और कहा कि सिवनी जिले में होने वाला जीरा शंकर चावल मध्य प्रदेश की शान है. जीरा शंकर की देशव्यापी ब्रांडिंग सुनिश्चित की जाए.