गलती से भारतीय सीमा में आए बच्चे को लौटाने के लिए बीएसएफ की सराहना
बीएसएफ जवान (Photo Credits: PTI)

जयपुर, 4 अप्रैल : केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) सहित अनेक नेताओं ने पाकिस्तान (Pakistan) से गलती से भारत आ गए आठ साल के एक बच्चे को दो घंटे में स्वदेश भेज देने के लिए बीएसएफ की सराहना की है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शनिवार को ट्वीट किया,'पाकिस्तान का रहनेवाला आठ वर्षीय करीम गलती से भारत की सीमा में आ गया था. बड़े दिल की बीएसएफ ने सिर्फ दो घंटे में उसे सकुशल पाकिस्तान परिजनों के पास रवाना कर दिया. करीम को अब पूरी जिंदगी भारतीय सेना की इंसानियत याद रहेगी. '

वहीं केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने ट्वीट किया,'संसदीय क्षेत्र बाड़मेर की पाकिस्तान से लगती सीमा से शुक्रवार को आठ साल का मासूम करीम अचानक भारतीय सीमा में घुस आया. भारतीय सेना के जवानों की नजर जब उस पर पड़ी तो उन्होंने मानवता की मिसाल पेश करते हुए मासूम को पाक रेंजर्स से फ्लैग मीटिंग करके उसे वापस पाकिस्तान को सौंप दिया.'

खबरों के अनुसार यह घटना शुक्रवार की है जब पाकिस्तान से आठ साल का करीम भूलवश भारतीय सीमा में आ गए. उसके रोने की आवाज सुनकर बीएसएफ के रेंजर उसके पास पहुंचे. बीएसएफ के अधिकारियों ने पाक रेंजर से बात कर दो घंटे में ही उसे वापस भेज दिया. यह भी पढ़ें :भारतीय प्रेस परिषद ने त्रिपुरा सरकार से ‘मीडिया को खतरा’ संबंधी शिकायत पर जवाब मांगा

बीएसएफ के उपमहानिरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने मीडिया से कहा,'बीएसएफ के रेंजर ने बहुत अच्छी और त्वरित कार्रवाई करते हुए दो घंटे में ही बच्चे को वापस भेज दिया. यह अच्छी कार्रवाई थी जिसमें एक बच्चा अपने परिवार के पास चला गया.'

हालांकि केंद्रीय मंत्रियों ने इसके साथ ही गलती से पाकिस्तान चले गए गेमराराम का मामला उठाया है. केंद्रीय मंत्री चौधरी ने लिखा, ‘‘ हमारे जवानों की इस दरियादिली के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूँ. साथ ही इसी तरह पिछले दिनों भूलवश पाकिस्तान की सीमा में चले गए बाड़मेर के गेमराराम मेघवाल की रिहाई की भी उम्मीद करता हूँ.'

शेखावत ने ट्वीट किया,'बाड़मेर से 6 माह पहले हमारे गेमराराम भी बॉर्डर पार चले गए थे, क्या पाकिस्तान सरकार बड़ा दिल दिखाएगी?