Siddhivinayak Temple Beautification: सिद्धिविनायक मंदिर का सौंदर्यीकरण, काम के लिए BMC ने जारी किया टेंडर

मुंबई के प्रभादेवी में स्थित प्रसिद्ध श्री सिद्धिविनायक मंदिर का सौंदर्यीकरण होने जा रहा है. इसके प्रथम चरण के लिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने निविदाएं आमंत्रित की हैं. इस चरण के लिए अनुमानित बजट 78 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है

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Siddhivinayak Temple Beautification: मुंबई के प्रभादेवी में स्थित प्रसिद्ध श्री सिद्धिविनायक मंदिर का सौंदर्यीकरण होने जा रहा है. इसके प्रथम चरण के लिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने निविदाएं आमंत्रित की हैं. इस चरण के लिए अनुमानित बजट 78 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है, जिसका उद्देश्य मंदिर परिसर में भीड़भाड़ को कम करना और उसकी सौंदर्यता एवं कार्यक्षमता को बढ़ाना है. सौंदर्यीकरण कार्य को शुरू होने के 12 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

काम का डिटेल्स

दो सदियों से भी अधिक पुराना सिद्धिविनायक मंदिर भक्तों की भारी भीड़ के लिए जाना जाता है. राव बहादुर एस.के. बोले रोड पर फूल विक्रेताओं और स्टालों के कारण मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है. जनवरी 2024 में, बीएमसी ने मंदिर के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने और आगंतुकों के लिए सुविधाओं को उन्नत करने के उद्देश्य से 493 करोड़ रुपये की व्यापक परियोजना शुरू की थी. यह भी पढ़े: Siddhivinayak Temple Decision: प्रभादेवी स्थित राम मेंशन नाम की तीन मंजिला बिल्डिंग को 100 करोड़ में खरीदा जाएगा, सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट का बड़ा फैसला

इस परियोजना के लिए एक वास्तु सलाहकार नियुक्त किया गया, जिसने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की और आवश्यक स्वीकृतियां एवं निविदा दस्तावेज तैयार किए.

निविदाएं जारी

बीएमसी ने सोमवार को इस प्रथम चरण के लिए निविदाएं जारी कीं, जिनमें बोली जमा करने की अंतिम तिथि 13 अक्टूबर है. 29 सितंबर को दादर पश्चिम के जी/उत्तर वार्ड कार्यालय में एक प्री-बिड बैठक आयोजित की जाएगी.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "पहले चरण में दो भूमिगत पार्किंग स्थल, सामने की दीवार पर संगमरमर की नक्काशी, मुख्य प्रवेश द्वार (सिद्धि गेट) का पुनर्निर्माण, छत के चंदोवे का प्रतिस्थापन और परिसर में नई फर्श का निर्माण शामिल होगा.

काम तीन चरणों में पूरा होगा

यह परियोजना तीन चरणों में पूरी की जाएगी. दूसरे चरण में आगंतुक सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें एक सुविधा केंद्र का निर्माण और प्रतीक्षा समय कम करने की व्यवस्था शामिल है.साथ ही, भीड़ और सुरक्षा प्रबंधन के लिए अतिरिक्त जांच चौकियां स्थापित की जाएंगी. काकासाहेब गाडगिल मार्ग पर एक नया प्रवेश द्वार, रिद्धि गेट, बनाया जाएगा। भगवान गणेश की पत्नियों, रिद्धि और सिद्धि, के नाम पर बनाए गए ये प्रवेश द्वार मंदिर के प्रतीकात्मक स्वागत द्वार होंगे.

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