RBI के नए गवर्नर पर सुब्रमण्यन स्वामी ने लगाया गंभीर आरोप, चिदंबरम का आदमी बताकर कहा भ्रष्टाचारी
उर्जित पटेल ने आरबीआई गवर्नर के पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद गवर्नर के पद पर शक्तिकांत दास की नियुक्ति पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने सवाल उठाए हैं...
उर्जित पटेल( Urjit Patel) ने आरबीआई (RBI) गवर्नर के पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद गवर्नर के पद पर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) की नियुक्ति पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी (subramanian swamy) ने सवाल उठाए हैं. स्वामी ने आशंका जताई है कि नए गवर्नर अपने पद का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं. स्वामी ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा और उसमें शक्तिकांत पर आरोप लगाया कि वो करप्शन के मामले में घिरे पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम (P. Chidambaram) के साथ काम कर चुके हैं. इस संबंध में सुब्रमण्यन स्वामी ने पीएम मोदी (PM modi) को पत्र लिखा है कि दास पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेहद करीबी हैं लिहाजा केंद्र सरकार ने उन्हें नया गवर्नर बनाने का फैसला कैसे ले सकती है?
मीडिया से बातचीत के दौरान स्वामी ने आरोप लगाया कि शक्तिकांत दास ने पूर्व वित्त मंत्री पी. चिंदबरम (P. Chidambaram) के गलत कामों में साथ दिया था और बाद में जांच के दौरान उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की थी. उन्होंने कहा कि वे नहीं जानते कि सरकार ने दास को आरबीआई (RBI) गवर्नर किस आधार पर बनाया है.
1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी शक्तिकांत दास को मंगलवार को भारतीय रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया. वह नोटबंदी के बाद आर्थिक गतिविधियों को सामान्य बनाने में अहम भूमिका निभा चुके हैं. बता दें कि बीते सोमवार को उर्जित पटेल ने आरबीआई गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद यह पद खाली था. पटेल ने इस्तीफे के पीछे निजी कारण बताया है.
आपको बता दें पूर्व वित्त सचिव और वित्त आयोग के सदस्य शक्तिकांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद भरोसेमंद हैं. केंद्रीय आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में शक्तिकांत दास देश के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक माना जाता है. इनके काम से प्रभावित होकर मोदी सरकार ने नोटबंदी के बाद आर्थिक मामलों के सचिव पद का कार्यकाल तीन महीने बढ़ा दिया था.