पटना: बिहार के स्कूलों में खाना बनाने वाली रसोइया अपनी प्रमुख मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई हैं. जिसके चलते सरकार की तरह से मिड डे मील के तौर पर बच्चों को दिया जाने वाला भोजन नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या में तेजी के साथ कमी आ रही है. वहीं हड़ताल पर गई रसोइया का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती है तब तक उनका हड़ताल चलता रहेगा.
हड़ताल पर गई रसोइया (महिलाओं ) ने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर उन्होंने जिले के अधिकारी को पत्र भी सौपा है. जिसमे उन्होंने मांग किया है कि उन्हें प्रति माह सरकार की तरफ से जो 1250 रुपये मानदेय के रूप में पैसा मिलता है. उस पैसे से महंगाई के इस दौर में उनका घर नहीं चल पा रहा है. इसलिए उनके इस मानदेय को बढ़ाकर 18000 कर दिया जाए. रसोइया द्वारा अधिकारियों को सौपे पत्र में उन्होंने मानदेय बढ़ाने के साथ- साथ कई और मांग किया है. यह भी पढ़े: दिल्ली: सरकारी अस्पतालों में आज हड़ताल पर रहेंगे डॉक्टर, बाधित रहेगी ओपीडी सेवा
बता दें कि इन रसोइया का हड़ताल पिछले सात जनवरी से शुरू है. जो अब अनिश्चितकालीन हड़ताल का रूप ले लिया है. इनके इस हड़ताल से जहां बच्चे स्कूल आना धीरे- धीरे बंद कर रहे है. वहीं इस बीच उनकी पढ़ाई भी नुकसान होना शुरू हो गई है.