बेंगलुरु: दोस्तों के साथ सेक्स के लिए बॉयफ्रेंड ने किया मजबूर, प्राइवेट फोटो लीक करने की दी धमकी, पीड़िता ने की आत्महत्या की कोशिश
बेंगलुरु में एक किशोरी ने अपने प्रेमी द्वारा निजी तस्वीरों से ब्लैकमेल करने और दोस्तों के साथ संबंध बनाने का दबाव डालने के कारण आत्महत्या की कोशिश की. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है, लेकिन वह खुद पर लगे आरोपों से इनकार कर रहा है.
बेंगलुरु के मैजेस्टिक इलाके में 18 वर्षीय छाया (बदला हुआ नाम), जो एक निजी कॉलेज की छात्रा है, ने हाल ही में आत्महत्या की कोशिश की. उसका आरोप है कि उसके प्रेमी राहुल (बदला हुआ नाम), 20, ने उसे दोस्तों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया और निजी तस्वीरों के माध्यम से उसे ब्लैकमेल किया. पुलिस ने राहुल को गिरफ्तार किया है और मामला दर्ज कर लिया है.
मामले की शुरुआत
तीन महीने पहले अपनी मां से झगड़े के बाद घर छोड़ दिया था. उसने मैजेस्टिक रोड पर किराए का मकान लिया और कॉलेज जाना जारी रखा. इस दौरान वह राहुल से एक दोस्त के माध्यम से मिली और दोनों जल्द ही रिश्ते में आ गए.
ब्लैकमेलिंग और उत्पीड़न के आरोप
छाया ने बताया कि राहुल ने कई बार उनकी निजी तस्वीरें लीं और बाद में इनका इस्तेमाल कर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. वह उसे अपने दोस्तों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था. जब उसने इसका विरोध किया, तो राहुल ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें डालने की धमकी दी.
इसके अलावा, राहुल ने छाया का आईफोन लिया और उसके डिजिटल भुगतान ऐप के माध्यम से पैसे निकालने लगा. जब उसने फोन और पैसे वापस मांगे, तो राहुल ने फिर से उसे धमकाया.
आत्महत्या का प्रयास
परेशान होकर, छाया ने पड़ोस की दो मंजिला इमारत से कूदकर अपनी जान लेने की कोशिश की. हालांकि, वह बच गई लेकिन उसे फ्रैक्चर हुआ. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर है.
पुलिस ने छाया की शिकायत पर राहुल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 351 (आपराधिक धमकी) और 75 (यौन उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज किया है. फिलहाल राहुल जमानत पर बाहर है.
राहुल का पक्ष
राहुल ने पुलिस को बताया कि उसने कभी छाया के खाते से पैसे नहीं लिए और न ही उसका फोन लिया. उसका दावा है कि उसने केवल चाया की मदद की, जैसे घर किराए पर लेने में और जरूरत के समय भोजन उपलब्ध कराना.
जांच जारी
पुलिस ने बताया कि मामले की पूरी जांच की जा रही है. छाया और राहुल दोनों के दावे विरोधाभासी हैं, और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.