पुणे, 24 अगस्त : महाराष्ट्र में बदलापुर के स्कूल में बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), कांग्रेस, और शिवसेना (यूबीटी) ने सरकार के खिलाफ इस मामले को लेकर मोर्चा खोल दिया है.
एमवीए नेताओं ने राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था, जिसपर बॉम्बे हाईकोर्ट ने रोक लगा दी. इसके बाद, एमवीए दलों ने पुणे में धरना देने का निर्णय लिया है. धरने के दौरान, एनसीपी (शरद पवार) के नेता और कार्यकर्ता काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन में शामिल हुए. उनके साथ सुप्रिया सुले भी धरने में शामिल हुईं. एमवीए दलों का सरकार पर आरोप है कि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई है. यह भी पढ़ें : सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को सजा देने के बजाय उनके साथ खड़ी है: उद्धव
गौरतलब है कि बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ रेप की घटना सामने आई थी. स्कूल के सफाई कर्मचारी पर दुष्कर्म का आरोप है. यौन उत्पीड़न की घटना 12 और 13 अगस्त की है. स्कूल के शौचालय के सफाई कर्मचारी अक्षय शिंदे ने बच्चियों का यौन उत्पीड़न किया. घटना के सामने आने के बाद ठाणे में भारी विरोध प्रदर्शन हुए.
बदलापुर के लोग न्याय के लिए सड़कों पर उतरते नजर आए. पूरे प्रदेश से मांग हो रही है कि आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए. इस मामले में जांच समिति ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है. रिपोर्ट के अनुसार दोनों बच्चियों में रेप की पुष्टि हुई है. बताया जा रहा है कि 15 दिनों में दोनों बच्चियों के साथ कई बार यौन उत्पीड़न हुआ था.