लखनऊ, 26 सितंबर: प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) को बेहतर तरीके से धरातल पर उतारने के लिए यूपी को दो पुरस्कार मिले हैं. पहला आयुष्यमान पूछताछ केंद्र की स्थापना कर ग्रीन चैनल पेमेंट व्यवस्था शुरू करने के लिए और दूसरा आभा स्कैन की सर्वाधिक संख्या व टोकन तैयार करने के लिए. यह भी पढ़ें: Lumpy Skin Disease: यूपी सरकार की बड़ी मुहीम, गोवंश को लंपी चर्म रोग से बचाने के लिए लगवाएगी एक करोड़ वैक्सीन
इन दोनों श्रेणियों में उत्तर प्रदेश को आयुष्मान कियास्क डिपल्वायमेंट एंड ग्रीन चैनल इम्प्लीमेंटेशन और हाईएस्ट नंबर ऑफ आभा स्कैन एंड शेयर टोकन जनरेटेड अवार्ड मिला है। आभा स्कैन यानी आभा एप्लीकेशन के जरिए मरीज आसानी से क्यूआर कोड स्कैन करते हैं और उन्हें तत्काल टोकन नंबर मिल जाता है. यह अवार्ड नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में 25 सितंबर से दो दिवसीय आरोग्य मंथन के दौरान दिया गया है.
यह पुरस्कार मंगलवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) की ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और रसायन व उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने दिया. सम्मान लेने के लिए उत्तर प्रदेश चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा और साचीस की सीईओ संगीता सिंह और अन्य मौजूद रहे. स्टेट एजेंसी फॉर कॉम्परहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (साचीस) यूपी में पीएमजेएवाई की नोडल एजेंसी है. राजधानी दिल्ली में यह आयोजन पीएमजेएवाई के पांच वर्ष पूरे होने पर और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के दो वर्ष पूरे होने पर आयोजित किया गया था.
निदेशक एनएचए, लता गणपति और एनएचए के संयुक्त सीईओ डॉ. बसंत गर्ग ने कहा कि यह सम्मान इसलिए बहुत बड़ा है, क्योंकि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में इस तरह की उपलब्धि मिलना बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि ऐसी पहल यह संदेश देती है कि आयुष्मान की ताकत और बढ़ी है. हर दिन जन-जन तक यह योजना लोकप्रिय हो रही है।. इस अवार्ड से उत्साहित चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने प्रदेश की स्वास्थ्य टीम को बधाई दी है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की माॅनिटरिंग से यह संभव हो पाया है. उन्होंने बताया कि योगी सरकार की ओर से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिये प्रदेशभर की आशा को स्मार्ट फोन दिये गये हैं. आभा एप के जरिए मरीजों के ऑनलाइन या ऑफलाइन पंजीकरण में काफी मदद मिल रही है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आयुष्मान भारत के सभी चार स्तंभों के तहत उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गरीबों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करना, प्रधान मंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से लोगों को घर के पास ओपीडी और जांच सेवाएं उपलब्ध कराना, पीएम आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मज़बूत करना और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत डिजिटल तकनीक का उपयोग करके स्वास्थ्य देखभाल को बेहतर बनाना.
साचीस की सीईओ संगीता सिंह ने बताया कि हम सूचीबद्ध अस्पतालों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना चाहते हैं. 60 अस्पतालों से शुरू हुए इस ग्रीन चैनल के पायलट प्रोजेक्ट के काफी सकारात्मक परिणाम आए हैं. इसके चलते हाल ही में हमने 1242 अस्पतालों को ग्रीन चैनल में शामिल करने के लिए चुना है. साथ ही 75 प्रतिशत से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पूछताछ केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं. इस प्रयास से अधिकाधिक मरीजों को पीएमजेएवाई का लाभ मिलने में मदद मिल रही है.