Attack on ED Team: पश्चिम बंगाल में ईडी की टीम पर हमले को लेकर भाजपा बोली, 'ममता को सीएम बने रहने का हक नहीं'
पश्चिम बंगाल में जांच करने गई ईडी की टीम पर हमले को लेकर भाजपा ने राज्य की मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा है कि ममता बनर्जी के राज में बंगाल जंगलराज का पर्याय बन चुका है, राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का हक नहीं है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
नई दिल्ली, 5 जनवरी : पश्चिम बंगाल में जांच करने गई ईडी की टीम पर हमले को लेकर भाजपा ने राज्य की मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा है कि ममता बनर्जी के राज में बंगाल जंगलराज का पर्याय बन चुका है, राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का हक नहीं है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जांच करने के लिए जो ईडी के अफसर गए थे, उन पर तृणमूल कांग्रेस के गुंडों और अवैध रोहिंग्या घुसपैठियों ने जानलेवा हमला किया है. ये शर्मनाक तो है ही कि बंगाल ममता बनर्जी के नाक के नीचे जंगलराज का पर्याय बन चुका है. ये चिंताजनक भी है कि बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है.
ईडी अफसरों के घायल होने की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हमला तो शाहजहां शेख का है लेकिन उन्हें शह राज्य की अराजक मुख्यमंत्री की है और जब ईडी ने वहां की पुलिस को फोन कर मदद मांगी तो बंगाल पुलिस ने ईडी के अफसरों से बात करने तक से मना कर दिया. यह भी पढ़ें : इंदिरा कैंटीन और मध्याह्न भोजन में शामिल किया जाएगा बाजरा: CM सिद्धरमैया
भाटिया ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी का एक इतिहास रहा है, 2 मई 2021 को जब पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणाम आए, उसी दिन हिंसा हुई, हत्याएं हुईं, बलात्कार हुए और घरों को जला दिया गया. क्योंकि गुंडों को पता है कि उन्हें डरने की आवश्यकता नहीं है, उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का संरक्षण प्राप्त है. इससे पहले जब सीबीआई की टीम वहां जांच के लिए गई थी तो उन्हें कमरे में बंद कर दिया गया था.
ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि ममता बनर्जी को एक दिन भी मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का हक नहीं है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने ममता बनर्जी से ईडी के घायल अफसरों से माफी मांगने की भी मांग की है. उन्होंने ईडी अफसरों से लैपटॉप छीने जाने पर भी सवाल उठाया.
भाटिया ने कानून के डंडों और ममता के गुंडों के बीच लड़ाई की बात कहते हुए कहा कि जीत कानून की होगी. पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र खत्म हो गया है. जब संविधान और वर्दी का रसूख न रहे, जब मुख्यमंत्री कानून के साथ न खड़ा हो बल्कि गुंडों के साथ खड़ा हो जाए, तो ये कहना गलत नहीं होगा कि ममता बनर्जी के मन में आज केवल सत्ता का सुख भोगना है. ममता बनर्जी आज जंगलराज की पर्याय बन चुकी हैं.
ममता के साथ-साथ विपक्षी दलों के अन्य नेताओं पर भी निशाना साधते हुए भाटिया ने कहा कि ईडी ने केजरीवाल को 3 समन भेजे. लेकिन, जांच एजेंसी के सामने पेश होने की बजाय केजरीवाल ने एजेंसी को ही समन वापस लेने का आदेश दे दिया. घमंडिया गठबंधन में शामिल इन्हीं के एक और सहयोगी झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने सात समन भेजे. लेकिन, उन्होंने भी जांच एजेंसी के सामने जाने से मना कर दिया. बिहार में तेजस्वी यादव को समन भेजा गया, उन्होंने भी अनदेखी कर दी और इन सबसे ज्यादा ऊपर जाकर ममता बनर्जी ने आज नया 'खेला होबे' मॉडल दे दिया है कि उनके राज्य में ईडी की टीम जाएगी तो उन पर हमला होगा और पुलिस भी उनकी मदद नहीं करेगी.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के ममता सरकार के खिलाफ दिए गए बयान का जिक्र करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा ईमानदार अफसरों के पक्ष की लड़ाई लड़ने में सक्षम है. लेकिन, घमंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी कह रहे हैं कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की हालत बहुत खराब है, आज तो ईडी के अफसरों पर हमला हुआ है, कल को हत्या भी हो सकती है, इस बात का भी संज्ञान लेना चाहिए कि उनके अपने साथी ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल के हालात को लेकर क्या कह रहे हैं.