Assam: असम में चुनाव से पहले बीजेपी कार्यकर्ता करेंगे सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण

असम में बीजेपी ने सभी मतदान केंद्रों पर अपने कार्यकर्ताओं को भेजने का फैसला किया है, ताकि वो मतदाताओं से विभिन्न सरकारी योजनाओं के जरिए होने वाले फायदों के बारे में जानकारी जुटा सकें.

CM Himanta Biswa Sarma

गुवाहाटी, 19 मार्च : असम में बीजेपी ने सभी मतदान केंद्रों पर अपने कार्यकर्ताओं को भेजने का फैसला किया है, ताकि वो मतदाताओं से विभिन्न सरकारी योजनाओं के जरिए होने वाले फायदों के बारे में जानकारी जुटा सकें. बता दें कि बीजेपी यह सबकुछ मतदाताओं के सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़े जुटाने के लिए कर रही है.

बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं को सभी मतदान केंद्रों पर भेजेगी. जहां वो मतदाताओं की शिकायतों को भी सुनेंगे. कार्यकर्ता सभी मतदाताओं से यह सवाल करेंगे कि उन्हें सरकारी योजनाओं का समुचित लाभ मिल रहा है नहीं? वहीं, अगर किसी को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है, तो फौरन कार्रवाई की जाएगी. यह भी पढ़ें : BREAKING: बिहार में लोकसभा चुनाव की एक भी सीट न मिलने से नाराज पशुपति पारस NDA से हुए अलग, मोदी कैबिनेट से दिया इस्तीफा

केंद्र सरकार की ओर से वर्तमान में कई तरह की कल्याणकारी योजनाएं चल रही हैं, जिनमें 'आयुष्मान भारत योजना', 'जल जीवन मिशन योजना' सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं. यही नहीं, कार्यकर्ता जनता की शिकायतों की बाकायदा एक सूची तैयार करेंगी, जिसे मतदान संपन्न होने के बाद राज्य सरकार को सौंपा जाएगा.

बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस को बताया, "मुख्यमंत्री ने यह काम खुद पार्टी कार्यकर्ताओं को सौंपा है. उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वो चुनाव प्रचार के दौरान महज दफ्तर से ही काम नहीं करें, बल्कि सभी मतदात केंद्रों पर पहुंचकर मतदाताओं से मुखातिब होकर उनकी समस्याओं को समझें."

इस तरह से बीजेपी कार्यकर्ताओं को सामाजिक आर्थिक सर्वे करने को कहा गया है. इसके लिए बाकायदा पांच बिंदुओं की सूची तैयार की जा चुकी है, जिसमें लोगों की समस्याओं को दर्ज किया जाएगा.

बीजेपी के नेता ने कहा, "इसके लिए बाकायदा एक फॉर्म तैयार किया जा चुका है, जिसमें स्पष्ट लिखा गया है कि आपको किन संसाधनों की जरूरत है? क्या किसी गांव में सड़क या आधिकारिक संरचना की जरूरत तो नहीं है? या किसी को सरकारी योजना का लाभ मिल पा रहा है या नहीं? इन सभी जानकारियों को जुटाने के लिए एक फ़ॉर्म तैयार किया गया है, जिसे पार्टी कार्यकर्ता मतदातन केंद्रों पर मतदाताओं से प्राप्त करेंगे."

इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, "बीजेपी को चुनाव के लिए ज्यादा प्रचार करने की आवश्कयता नहीं है. यह सब तो पहले ही किया जा चुका है. नरेंद्र मोदी तीसरी दफा देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. हालांकि, चुनाव प्रचार के दौरान हमने प्रदेश के विकास के लिए एक खाका तैयार करने का फैसला किया है, जिसे जल्द ही जीवंत रूप दिया जाएगा." बता दें कि बीजेपी ने असम की कुल 14 लोकसभा सीटों में से 11 पर उम्मीदवार उतार दिए हैं. इसके दो सहयोगी - असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) - शेष तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.

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