Are Apples Injected With Poison? क्या सेब में सच में जहर का इंजेक्शन लगाया जा रहा है? जानें सेब जिहाद के वायरल वीडियो का सच
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें दावा किया गया है कि बाजार में बिकने वाले सेबों में जानबूझकर जहर का इंजेक्शन लगाया गया है. इस वीडियो के अनुसार, फलों के विक्रेता इंजेक्शन के छेदों को स्टिकर से ढक कर बेच रहे हैं.
मुंबई: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें दावा किया गया है कि बाजार में बिकने वाले सेबों में जानबूझकर जहर का इंजेक्शन लगाया गया है. इस वीडियो के अनुसार, फलों के विक्रेता इंजेक्शन के छेदों को स्टिकर से ढक कर बेच रहे हैं. इस वीडियो को X (पहले Twitter) पर एक मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं. इस वीडियो के साथ ' ' शब्द भी जोड़ा जा रहा है.
सेब जिहाद (Apple JIhad) को लेकर X पर एक यूजर Tathvam-asi ने इस वीडियो को साझा करते हुए दावा किया कि सेबों में जहर का इंजेक्शन लगाया गया है और छेदों को छुपाने के लिए स्टिकर का उपयोग किया गया है. यूजर ने लिखा यह क्या है? जिहाद का दूसरा रूप? ऐसा लगता है कि उन्होंने किसी तरह का जहर इंजेक्ट किया है और उसे स्टिकर से ढक दिया है. खरीदने से पहले बहुत सावधानी से जांच लें.
इस पर अन्य उपयोगकर्ताओं ने भी अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं. एक यूजर ने लिखा, “मैंने अब बाजार से फल खरीदना बंद कर दिया है, क्योंकि मुझे संदेह है कि इनसे जहर फैलाने की साजिश हो रही है."
सोशल मीडिया यूजर का दावा है कि सेब में जहर डाला जाता है
कीटों के कारण हैं छेद
वायरल वीडियो का फैक्ट चेक - सच्चाई क्या है?
इस वीडियो के सामने आने के बाद कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने बताया कि ये छोटे छेद किसी इंजेक्शन की वजह से नहीं, बल्कि कीड़ों के कारण हुए हैं. जानकारों के अनुसार, ये छेद 'कोडलिंग मॉथ' या 'एप्पल मैगॉट फ्लाई' जैसे कीड़ों के कारण होते हैं, जो सेब के अंदर घुस जाते हैं और इसे नुकसान पहुंचाते हैं.
क्या सेब में जहर डाला जा रहा है
X पर एक उपयोगकर्ता कार्तिक कल्याण ने लिखा, "सेबों में छोटे छेद होना एक सामान्य बात है. ये कीड़े, विशेषकर कोडलिंग मॉथ लार्वा, फलों में छेद कर देते हैं और फलों को खराब कर देते हैं. विक्रेता ऐसे छेदों को स्टिकर से ढक कर बेचते हैं."
कोडलिंग मॉथ क्या हैं और सेबों पर इनका प्रभाव
Homes and Gardens के अनुसार, कोडलिंग मॉथ (Cydia pomonella) सेब और नाशपाती जैसे फलों के पेड़ों के लिए एक बड़ा खतरा है. यह कीड़ा वसंत में सक्रिय होता है और फलों में सुरंग बनाते हुए अपना लार्वा छोड़ता है, जिससे फल खाने योग्य नहीं रह जाते.