हरियाणा: जीएसटी फर्जीवाड़े में 89 लोग गिरफ्तार, 112 करोड़ रुपये बरामद

हरियाणा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वस्तु एवं सेवा कर के घोटालेबाजों के खिलाफ एक समन्वित कार्रवाई में रविवार को 89 लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, फर्जी चालान बिल घोटाले में शामिल फर्जी फर्मो के पंजीकरण से संबंधित चार बड़े गिरोहों का भंडाफोड़ किया. ई-वे बिल और फर्जी बैंक ट्रांजेक्शन की मदद से इन गिरोहों द्वारा करोड़ों रुपये के फर्जी आयकर क्रेडिट पास किए गए हैं.

गिरफ्तार/ प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Facebook)

चंडीगढ़, 18 जनवरी: हरियाणा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वस्तु एवं सेवा कर (Goods and Services Tax) के घोटालेबाजों के खिलाफ एक समन्वित कार्रवाई में रविवार को 89 लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, फर्जी चालान बिल घोटाले में शामिल फर्जी फर्मो के पंजीकरण से संबंधित चार बड़े गिरोहों का भंडाफोड़ किया, जिन्होंने सरकारी खजाने को 464.12 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की. जालसाजों का गठजोड़ हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश में सक्रिय था. जीएसटी फर्जी चालान घोटाले पर कार्रवाई से 112 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली और फर्जी जीएसटी आइडेंटिफिकेशन नंबर (GSTATION) का पदार्फाश भी हुआ है.

अब तक कुल 72 पुलिस केस दर्ज किए गए हैं, जिनमें 89 आरोपियों को क्राइमब्रांच ने गिरफ्तार किया है. कुल गिरफ्तारी के अलावा गोविंद शर्मा, गौरव, अनुपम सिंगला और राकेश अरोड़ा पर 40 मामले दर्ज हैं. पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने कहा कि इन व्यक्तियों ने धोखाधड़ी ई-वे बिलों (माल के परिवहन के लिए जीएसटी से संबंधित चालान) के माध्यम से माल की वास्तविक आपूर्ति के बिना कई फर्मों और कंपनियों को धोखाधड़ी चालान जारी किए और जीएसटीआर-3बी फॉर्म के माध्यम से जीएसटी पोर्टल पर फर्जी आयकर ऋण पात्रता की सुविधा दी.

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यह भी पता चला है कि फर्जी जीएसटी चालान, ई-वे बिल और फर्जी बैंक ट्रांजेक्शन की मदद से इन गिरोहों द्वारा करोड़ों रुपये के फर्जी आयकर क्रेडिट पास किए गए हैं. पानीपत और आसपास के इलाकों में सक्रिय गोविंद गैंग से संबंधित फर्जी फर्मों के खिलाफ कुल 21 एफआईआर 2019 में दर्ज की गई थी जबकि 2018 से 2019 के बीच जीएसटी चोरी में शामिल अन्य तीन गिरोहों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस अब तक इन गिरोहों के आयकर ऋण को 80 करोड़ रुपये से अधिक के लिए अवरुद्ध कर चुकी है.

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