पश्चिम बंगाल: ग्राम पंचायत बोर्ड के गठन पर TMC-विपक्षी दलों के बीच खूनी झड़प, 10 मरे
पश्चिम बंगाल में ग्राम पंचायत बोर्ड के गठन को लेकर एक बार फिर राज्य के कई इलाके हिंसा की आग में जल रहे है. 24 अगस्त को शुरू हुई पंचायत बोर्ड के गठन की प्रक्रिया में अब तक 10 लोगों की मौत होने की खबर है.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में ग्राम पंचायत बोर्ड के गठन को लेकर एक बार फिर राज्य के कई इलाके हिंसा की आग में जल रहे है. 24 अगस्त को शुरू हुई पंचायत बोर्ड के गठन की प्रक्रिया में अब तक 10 लोगों की मौत होने की खबर है. इसके अलावा सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और विपक्षी दलों के बीच हुए खूनी संघर्ष में पांच पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 30 लोग घायल हुए है. जिसमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है.
पंचायत बोर्ड के गठन को लेकर मालदा, पुरुलिया, साउथ 24 परगना, झराग्राम और अलीपुरदार जिले में अभी भी तनाव बरकरार है. उत्तर दिनाजपुर जिले के दो स्थानों में हिंसा हुई. चोपड़ा थाना क्षेत्र के तहत आने वाले दासपाड़ा और इतहार ग्राम पंचायतों में संघर्ष के दौरान बम फेंके गए और गोलियां चलाई गईं.
स्थानीय पुलिस के मुताबिक इतहार में संघर्ष उस वक्त शुरू हुआ जब टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के ग्राम पंचायत सदस्य को पदाधिकारी के चुनाव के लिए मतदान करने से रोका. उन्होंने बताया कि संघर्ष में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के 13 सदस्य घायल हो गए. इसमें पांच पुलिस कर्मी भी जख्मी हुए हैं.
मंगलवार रात को नॉर्थ 24 परगना जिले के अमदंगा इलाके में तृणमूल कांग्रेस और माकपा कार्यकर्ताओं के बीच खूनी टकराव में तीन की मौत हो गई. जिसमें टीएमसी के 2 कार्यकर्ता और माकपा के 1 कार्यकर्ता की मौत हो गई. हिंसा के दौरान कई घरों को भी आग के हवाले कर दिया गया.
इससे पहले 24 अगस्त को मिदनापुर जिले में तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय में हुए धमाके में दो लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए. पुलिस ने कहा कि पश्चिम मिदनापुर जिले के नारायणगढ़ इलाके में तृणमूल के कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले एक घर में गुरुवार सुबह विस्फोट हुआ. इस दौरान एक दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ता अंदर मौजूद थे. उच्च तीव्रता के विस्फोट से पार्टी कार्यालय की दीवारें आंशिक रूप से ढह गईं और पड़ोसी घरों की दीवारों में भी दरारें आ गईं.
वहीं बीजेपी ने की पश्चिम बंगाल इकाई ने रविवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस को ग्राम पंचायत बोर्डो के गठन से रोकने के लिए सभी राजनीतिक संगठनों से हाथ मिलाने के लिए तैयार है. तृणमूल पर राज्य के ग्रामीण निकाय चुनावों में अपने विजयी उम्मीदवारों को डराने का आरोप लगाते हुए बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि बीजेपी ने सभी त्रिशंकु पंचायत बोर्डो के गठन के लिए राज्य की अन्य विपक्षी पार्टियों के साथ काम करने का फैसला किया है.