मराठी इंडस्ट्री के मशहूर लोक कलाकार (Folk Artist) छगन चौगुले (Chhagan Chougule) ने मुंबई के सेव्हन हिल्स हॉस्पिटल में आज निधन हो गया है. बता दें कि, यह दिवंगत कलाकार कोरोना के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे, जिस वजह से उन्हें अंधेरी स्थित सेव्हन हिल्स हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था. लेकिन इलाज के दौरान ही उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली. उनके निधन से मानों मराठी इंडस्ट्री पर दुख के बादल छा गए हैं. हाल ही में खबर आई थी कि मशहूर डायरेक्टर रत्नाकर मतकरी इनका भी कोरोना की वजह से निधन हो गया और आज छगन चौगुले की निधन की खबर आई है. इसके चलते फिल्म इंडस्ट्री और इसके चाहनेवालों में शोक की लहर है.
लोक कलाकार छगन के बहुत से गीत पॉपुलर है, जिसमें "नवरी नटली", "तुलजापूर की अम्बाबाई" जैसे गीत लोगों के जुबान पर है. उन्हें "खंडेरायाच्या लग्नाला" गीत से विशेष पहचान मिली थी. आज भी कई टीवी शो, स्कूल और कॉलेज के युवा त्योहारों और विभिन्न कार्यक्रमों में 'नवरी नटली' गाना बजाया जाता है.
मुंबई विश्वविद्यालय में लोक कला विभाग के प्रमुख गणेश चंदनशिव ने एक समाचार चैनल को बताया कि छगन चौगुले दिग्गज लोक कलाकार थे.लोक कला में उनका कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं था. फिर भी कला को प्रस्तुत करने में उनका कौशल अद्वितीय था.उन्होंने अराजकता के कार्यक्रम के साथ शुरुआत की. लेकिन, उन्होंने न केवल जागरण गोंधल कार्यक्रम का आयोजन किया, बल्कि उन्होंने अपनी कला को व्यापक रूप दिया. जिसने महाराष्ट्र को एक नया लोक कलाकार दिया.
कोरोना के कारण आज एक हिरा मराठी इंडस्ट्री ने हमेशा हमेशा के लिए खो दिया है. इनके अचानक जाने से मराठी इंडस्ट्री को बडा झटका लगा हैं.