Tata Motors के शेयर में क्यों आ रही गिरावट? साइबर हमले से जूझ रही JLR, धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहे ऑपरेशन
टाटा मोटर्स की ब्रिटेन स्थित जगुआर लैंड रोवर ((JLR) पर हाल ही में हुए बड़े साइबर हमले का असर अभी भी दिखाई दे रहा है. कंपनी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि रिकवरी के प्रयास तेजी से आगे बढ़ रहे हैं
Tata Motors Share Price: टाटा मोटर्स की ब्रिटेन स्थित जगुआर लैंड रोवर (Jaguar Land Rover) पर हाल ही में हुए बड़े साइबर हमले (JLR Cyberattack) का असर अभी भी दिखाई दे रहा है. टाटा मोटर्स के शेयरों में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई. NSE पर टाटा मोटर्स का शेयर 2.64% गिरकर ₹664.90 पर बंद हुआ. कारोबार की शुरुआत कमजोर रही और पहले घंटे में ही शेयर ₹665 पर आ गया. रिपोर्टों से यह भी संकेत मिलता है कि जेएलआर के पास इस साइबर हमले के खिलाफ बीमा कवरेज (JLR Insurance Coverage) नहीं हो सकता है, जिससे लगभग ₹2 अरब का नुकसान हो सकता है. यही वजह है कि निवेशक चिंतित हैं.
कंपनी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि रिकवरी के प्रयास तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और कई महत्वपूर्ण सिस्टम बहाल कर दिए गए हैं. हालांकि, पूरी तरह से सामान्य स्थिति में लौटने में समय लगेगा.
धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहे ऑपरेशन
कंपनी के अनुसार, उसके डिजिटल प्लेटफॉर्म के कुछ हिस्से अब सक्रिय हैं. सबसे राहत की बात यह है कि ग्लोबल पार्ट्स लॉजिस्टिक्स सेंटर (Global Parts Logistics Center), जो दुनिया भर के डीलरों को पार्ट्स की आपूर्ति करता है, धीरे-धीरे पूरी क्षमता से काम कर रहा है.
इसके अलावा, कंपनी ने कार की थोक बिक्री और रजिस्ट्रेशन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अपनी फाइनेंशियल सिस्टम को भी वापस ऑनलाइन कर दिया है.
JLR ने कहां-कहां रोके प्रोडक्शन?
जेएलआर (JLR) ने स्पष्ट किया कि चल रहे बैक-एंड रिकवरी प्रोग्राम (Back-end Recovery Program) की बुनियादी तैयारियां अच्छी तरह से आगे बढ़ रही हैं. साइबर हमले के कारण, जेएलआर को यूके में अपने मर्सीसाइड और सोलिहुल प्लांट्स (Merseyside and Solihull Plants) के साथ-साथ भारत, स्लोवाकिया और चीन में अपनी यूनीट्स में प्रोडक्शन रोकना पड़ा.
कंपनी ने हाल ही में घोषणा की है कि प्रोडक्शन शटडाउन 1 अक्टूबर, 2025 तक बढ़ा दिया गया है. इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में ग्राहकों और सप्लाई चैन, दोनों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.
ऑपरेशन कब तक सुचारू होंगे?
जेएलआर का कहना है कि उसकी टीम साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स, ब्रिटेन की नेशनल साइबर सिक्योरिटी सेंटर और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है. ताकि ऑपरेशन को सुरक्षित और स्थायी तरीके से दोबारा शुरू किया जा सके.
कंपनी ने ग्राहकों, सप्लायर्स और कर्मचारियों से सहयोग और धैर्य बनाए रखने की अपील की है.