चरण सिंह-स्‍वामीनाथन को 'भारत रत्‍न' देने वाली भाजपा किसानों को एमएसपी क्‍यों नहीं दे रही : अखिलेश

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने केन्‍द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधते हुए बुधवार को सवाल किया कि किसानों के हितों के लिये जीवन अर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और हरित क्रांति के जनक एम. एस. स्‍वामीनाथन को 'भारत रत्‍न' देने वाली भाजपा आखिर किसानों को न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (एमएसपी) का अधिकार क्‍यों नहीं दे रही है।

Akhilesh Yadav Credit- ANI

इटावा (उप्र), 14 फरवरी: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने केन्‍द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधते हुए बुधवार को सवाल किया कि किसानों के हितों के लिये जीवन अर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और हरित क्रांति के जनक एम. एस. स्‍वामीनाथन को 'भारत रत्‍न' देने वाली भाजपा आखिर किसानों को न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (एमएसपी) का अधिकार क्‍यों नहीं दे रही है.

इटावा-सैफई मार्ग पर स्थित एक शादीघर में आयोजित वैवाहिक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सपा अध्यक्ष ने संवाददाताओं से बातचीत में एमएसपी को लेकर किसानों के आंदोलन के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा, ''सरकार अगर देश के सबसे बड़े किसान नेता रहे चौधरी चरण सिंह और देश में हरित क्रांति के जनक कहे जाने वाले वैज्ञानिक एम. एस. स्वामीनाथन को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है तो आखिर किसानों को क्यों भूल रही है.''

उन्‍होंने कहा कि एमएसपी को लेकर किसानों का सवाल नया नहीं है. पहले भी देश के बड़े किसान संगठनों ने एमएसपी कानून बनाने की मांग की थी. अब फिर वही बात उठी है। किसान एमएसपी चाहते हैं और उन्‍हें इसका अधिकार मिलना चाहिये. यादव ने कहा कि भाजपा पांच ट्रिलियन (5000 अरब) अमेरिकी डॉलर की अर्थव्‍यवस्‍था बनाने की बात करती है लेकिन यह तभी होगा जब देश का किसान खुशहाल होगा. किसान समृद्ध होगा तो देश की अर्थव्‍यवस्‍था 10 ट्रिलियन (10,000 अरब) डॉलर की भी हो सकती है.

स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा म‍हासचिव पद से इस्‍तीफा देने और सपा विधायक पल्लवी पटेल के राज्‍यसभा चुनाव के लिये पार्टी द्वारा उम्‍मीदवारों के चयन पर नाराजगी जताये जाने के सवाल पर यादव ने कहा, ''राजनीति में कभी ऐसा समय भी आता है. हम देख रहे हैं और लोग भी देख रहे हैं. आदमी को अपने आप को धोखा नहीं देना चाहिए.'' उन्होंने एक सवाल पर मौर्य के इस्तीफे के पीछे भाजपा का हाथ होने से इनकार किया.

पिछड़े वर्गों के बड़े नेता माने जाने वाले मौर्य ने अपने बयानों पर सपा के ही नेताओं की प्रतिक्रियाओं से क्षुब्‍ध होकर मंगलवार को पार्टी महासचिव पद से इस्‍तीफा दे दिया था. इस बीच, अपना दल (कमेरावादी) की नेता और सपा विधायक पल्‍लवी पटेल ने राज्‍यसभा चुनाव के लिये सपा द्वारा पूर्व आईएएस अधिकारी आलोक रंजन और अभिनेत्री जया बच्‍चन को टिकट दिये जाने पर नाराजगी जताई है.

उन्होंने कहा, ''हम पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) की बात कर रहे हैं. रंजन और जया बच्चन पीडीए में नहीं हैं. मैं इस धोखे को अपना वोट नहीं देने जा रही हूं.’’ पल्‍लवी अपना दल (एस) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन हैं. उन्‍होंने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर कौशांबी की सिराथू सीट से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को हराया था.

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