WB Politics: पश्चिम बंगाल की राजनीति भाजपा के ‘सांप्रदायिक विमर्श’ से प्रभावित नहीं होगी- अभिषेक बनर्जी
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीट पर चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा प्रचारित सांप्रदायिक विमर्श पर नहीं, बल्कि विकास के मुद्दे पर होंगे.
कोलकाता/कूच बिहार (पश्चिम बंगाल), 25 अप्रैल: तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीट पर चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा प्रचारित सांप्रदायिक विमर्श पर नहीं, बल्कि विकास के मुद्दे पर होंगे. बनर्जी ने इससे पहले दिन में राज्य में आगामी पंचायत चुनाव के मद्देनजर कूच बिहार जिले से व्यापक जनसंपर्क कार्यक्रम ‘तृणमूल ए नबाजोवार’ (तृणमूल की नयी लहर) अभियान की शुरुआत की. यह भी पढ़ें: Teacher Scam: CBI ने तृणमूल कांग्रेस के विधायक तापस साहा को इस सप्ताह किया तलब
उन्होंने कहा कि तृणमूल का लक्ष्य राज्य में जनता की पंचायत का निर्माण करना है. अभियान के तहत एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अगला लोकसभा चुनाव पश्चिम बंगाल में विकास के मुद्दे पर होगा. यह सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के मुद्दे पर नहीं होगा, जो भाजपा चाहती है। उन्हें हराना
होगा. हम राज्य के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ेंगे.’’ देश में 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं.
बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हैं. उन्होंने दिनहाटा विधानसभा क्षेत्र में एक मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद व्यापक जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की. उन्होंने स्थानीय लोगों से बात की और उनकी शिकायतें सुनीं. उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो आपके अधिकारों के लिए लड़ेगी। केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना के तहत राशि रोक रखी है, क्योंकि वह अब तक 2021 के विधानसभा चुनाव में अपनी हार को स्वीकार नहीं कर पा रही है.’’
अभिषेक तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के भतीजे हैं और ममता के बाद वह पार्टी में दूसरे नंबर के नेता माने जाते हैं। वह अभियान के दौरान करीब 3,500 किलोमीटर की यात्रा करेंगे और समूचे राज्य में 250 से अधिक रैलियां करेंगे.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद ने इससे पहले कहा था कि इस जनसंपर्क अभियान का उद्देश्य लोगों तक पहुंचना है और उन्हें आगामी पंचायत चुनावों में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों का फैसला गुप्त मतदान के जरिये करने के लिये सशक्त बनाना है. उन्होंने कहा,‘‘पहली बार देश में इस तरह की पहल की गई है. आपने एक सत्तारूढ़ पार्टी को इस तरह का अभियान चलाते कभी नहीं देखा होगा. लेकिन
हमारा मानना है कि जनता ही लोकतंत्र में सबसे ऊपर है.’’ उन्होंने कहा कि गुप्त मतदान से आप जिस उम्मीदवार का चयन करेंगे, उसे ही पार्टी द्वारा नामित किया जाएगा. दिन के दौरान तृणमूल सांसद जिले में दो और रैलियों को संबोधित करेंगे. बाद में शाम में बनर्जी एक सम्मेलन और ‘ग्राम बांग्लार मोटामोट’ (ग्रामीण बंगाल की राय) कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जहां स्थानीय लोग गुप्त मतदान के जरिए पंचायत चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार का चयन करेंगे.
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