राज्यसभा सदस्य वीरेंद्र कुमार का निधन लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष अभियानों के लिए बड़ी क्षति है: CM पिनराई विजयन
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्यसभा सदस्य एम पी वीरेंद्र कुमार के निधन पर शोक जताया और कहा कि यह लोकतांत्रिक एवं धर्मनिरपेक्ष अभियानों के लिए एक बड़ी क्षति है. विजयन ने कहा कि कुमार ने राज्य में कोविड-19 के हालात से निपटने पर विधायकों और सांसदों की हाल ही में हुई संयुक्त बैठक में महत्वपूर्ण विचार रखे थे.
तिरुवनंतपुरम, 29 मई: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने राज्यसभा सदस्य एम पी वीरेंद्र कुमार (M. P. Veerendra Kumar) के निधन पर शोक जताया और कहा कि यह लोकतांत्रिक एवं धर्मनिरपेक्ष अभियानों के लिए एक बड़ी क्षति है. वीरेंद्र कुमार प्रमुख मलयालम दैनिक मातृभूमि के प्रबंध निदेशक थे. वह पीटीआई निदेशक मंडल के सदस्य भी थे.
विजयन ने कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने प्रेस की स्वतंत्रता से कभी समझौता नहीं किया और मीडिया उद्योग में उनका बहुमूल्य योगदान है. उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट में लिखा, "अपनी अंतिम सांस तक उन्होंने सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ अथक लड़ाई लड़ी. विकास के विषय पर उनकी बहुत अच्छी पकड़ थी और वह एक अग्रणी पर्यावरणविद भी थे. मैं उनके संबंधियों और सहकर्मियों के प्रति संवदेना व्यक्त करता हूं."
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मुख्यमंत्री ने कहा कि वह वीरेंद्र कुमार को दशकों से निजी तौर पर जानते थे. उन्होंने याद किया कि किस तरह दोनों ने आपातकाल में मिलकर संघर्ष किया था और कुछ समय के लिए राजनीतिक आस्था अलग होने के बाद भी दोनों के संबंध बने रहे.
विजयन ने कहा कि कुमार ने राज्य में कोविड-19 (Covid-19) के हालात से निपटने पर विधायकों और सांसदों की हाल ही में हुई संयुक्त बैठक में महत्वपूर्ण विचार रखे थे. जानेमाने लेखक और वक्ता, 84 वर्षीय वीरेंद्र कुमार का बृहस्पतिवार रात को दिल का दौरा पड़ने से कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार वायनाड के कालपेट्टा में आज शाम किया जाएगा.
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