देश की खबरें | 2025-26 सत्र से घरेलू प्रतियोगिताओं में हो सकता है वीएआर का इस्तेमाल: एआईएफएफ

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव एम सत्यनारायण ने शनिवार को कहा कि वीडियो सहायक रैफरी (वीएआर) का 2025-26 सत्र से घरेलू क्लब प्रतियोगिताओं में इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे इंडियन सुपर लीग और आईलीग टीमों को फायदा होगा।

नयी दिल्ली, 18 नवंबर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव एम सत्यनारायण ने शनिवार को कहा कि वीडियो सहायक रैफरी (वीएआर) का 2025-26 सत्र से घरेलू क्लब प्रतियोगिताओं में इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे इंडियन सुपर लीग और आईलीग टीमों को फायदा होगा।

वीएआर तकनीक का इस्तेमाल सबसे पहले 2016-17 में फीफा की प्रतियोगिताओं में किया गया था। गोल से जुड़े फैसलों, पेनल्टी से जुड़े फैसलों, सीधे लाल कार्ड और गलत पहचान के मामले में इसका इस्तेमाल किया जाता है।

ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में इस्तेमाल किए जाने के बाद दुनिया भर के कई देशों ने अपनी घरेलू क्लब प्रतियोगिताओं में वीएआर का उपयोग किया है।

एआईएफएफ के कार्यवाहक महासचिव एम सत्यनारायण ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘वीएआर लागू करने पर जल्द ही बड़ा फैसला होगा। हम इस पर एक अध्ययन कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगले सत्र में इसे पेश करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि फीफा को तकनीक को मंजूरी देनी होगी, यह एक प्रक्रिया है। उपकरण प्राप्त करने के बाद लोगों के प्रशिक्षण में बहुत समय लगता है।’’

सत्यनारायण ने कहा, ‘‘यह 2025-2026 सत्र से हो सकता है। अब हम अभी प्रक्रिय शुरू करते हैं तो भी इसे पूरा करने में कम से कम 18 से 20 महीने लगेंगे।’’

‘विश्वास तोड़ने’ के कारण शाजी प्रभाकरन को हटाने के बाद नौ नवंबर को कार्यवाहक महासचिव बने सत्यनारायण जो पता है कि वीएआर तकनीक को लागू करने के लिए एआईएफएफ को काफी खर्चा करना होगा लेकिन उन्होंने भारतीय क्लबों को होने वाले संभावित फायदों पर जोर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें देखना होगा कि पैसा कहां से आएगा। लेकिन आखिरकार यह आईएसएल और आई लीग के क्लब हैं जिन्हें फायदा होने वाला है।’’

आर्सेनल के पूर्व मैनेजर और फीफा के वर्तमान वैश्विक फुटबॉल विकास प्रमुख आर्सीन वेंगर मंगलवार को भुवनेश्वर में फीफा-एआईएफएफ अकादमी का उद्घाटन करेंगे।

सत्यनारायण ने इसे ‘बड़ा कदम’ बताते हुए कहा, ‘‘यह फीफा के प्रतिभा पहचान कार्यक्रम का हिस्सा है। अंडर-14 लड़के दो साल तक फीफा के कोच की देखरेख में रहेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अध्यक्ष (कल्याण चौबे) ने कहा है कि हम कम से कम पांच ऐसी अकादमियां चाहते हैं। भारत जैसे देश के लिए हमें और अधिक अकादमियों की जरूरत है, पांच एक अच्छी संख्या है और हम इनमें से एक लड़कियों के लिए चाहते हैं।’’

फीफा ने सर्गी अमेजकुआ फॉन्ट्रोडोना को दो साल के लिए अकादमी का मुख्य कोच बनाने की सिफारिश की है और कुछ महीनों के लिए एक भारतीय उनकी सहायता करेगा। फॉन्ट्रोडोना इससे पहले परियोजना निदेशक के रूप में चीन में फुटबॉल के विकास का काम देख रहे थे।

मुख्य कोच इगोर स्टिमक ने 13 जनवरी 2024 से शुरू होने वाले एशियाई कप से पहले चार सप्ताह के शिविर की इच्छा जताई है लेकिन आईएसएल मैच 29 दिसंबर तक होने हैं और ऐसे में चार सप्ताह के शिविर का आयोजन मुश्किल है।

सत्यनारायण ने कहा, ‘‘हमें क्लबों (ज्यादातर आईएसएल) के साथ बातचीत शुरू करनी होगी। हम अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं (2026 विश्व कप क्वालीफायर में), उम्मीद है कि इस बार वे (क्लब) सहयोग कर सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को कम से कम दो सप्ताह का समय मिल सकता है। उन्होंने (आईएसएल क्लबों ने) पहले यही वादा किया था। मुझे लगता है कि स्टिमक को भी इस समय से कोई परेशानी नहीं होगी।’’

भारत ने गुरुवार को 2026 विश्व कप क्वालीफायर के दूसरे दौर के अपने मैच में कुवैत को 1-0 से हराया जिससे पहली बार उसके तीसरे दौर में जगह बनाने की उम्मीद बढ़ गई है।

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