जरुरी जानकारी | क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े भेदिया कारोबार के पहले मामले में दो भारतीय भाइयों पर लगे आरोप
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न्यूयॉर्क, 22 जुलाई क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े भेदिया कारोबार के पहले मामले में अमेरिका में दो भारतीय भाइयों और उनके भारतीय-अमेरिकी मित्र पर 15 लाख डॉलर से अधिक का गैरकानूनी मुनाफा कमाने के आरोप लगाए गए हैं।
सर्दन डिस्ट्रिक्ट ऑफ न्यूयॉर्क में अटॉर्नी डेमियन विलियम्स और एफबीआई के न्यूयॉर्क कार्यालय में प्रभारी सहायक निदेशक माइकल जे ड्रिस्कोल ने बृहस्पतिवार को इस अभियोग की जानकारी दी। आरोपी बनाए गए ईशान वाही (32) और निखिल वाही (26) भारत के नागरिक हैं जबकि भारतीय मूल का उनका अमेरिकी दोस्त समीर रमानी (33) ह्यूस्टन में रहता है।
वाही बंधुओं और रमानी पर क्रिप्टोकरंसी परिसंपत्तियों में भेदिया कारोबार करने की योजना बनाने, धोखाधड़ी की साजिश रचने और धोखाधड़ी करने के आरोप लगाए गए हैं।
अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग ने भी इन तीनों लोगों के खिलाफ भेदिया कारोबार के आरोप लगाने की घोषणा की।
वाही बंधुओं को बृहस्पतिवार सुबह ही सिएटल से गिरफ्तार किया गया। वहीं रमानी के बारे में कहा जा रहा है कि वह अभी भारत में है।
अभियोजन पक्ष का कहना है कि ये तीनों क्रिप्टोकरेंसी में भेदिया कारोबार के पहले मामले में संलिप्त रहे हैं। आरोपियों ने कम-से-कम 25 क्रिप्टो परिसंपत्तियों में गैरकानूनी लेनदेन किया और करीब 15 लाख डॉलर का अनुचित लाभ कमाया।
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