दक्षिण अफ्रीका पर लगायी गयी यात्रा पाबंदी ‘क्रूर’ और ‘गलत दिशा में उठाया गया कदम’: स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला

दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने शुक्रवार को कहा कि कोविड के नए व संभावत ज्यादा संक्रामक स्वरूप के कारण एक के बाद एक कई देशों द्वारा उनके देश पर यात्रा पाबंदी लगाना ‘क्रूर’ और ‘गलत दिशा में उठाया गया कदम’ है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)

जोहानिसबर्ग, 28 नवंबर : दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला ने शुक्रवार को कहा कि कोविड के नए व संभावत ज्यादा संक्रामक स्वरूप के कारण एक के बाद एक कई देशों द्वारा उनके देश पर यात्रा पाबंदी लगाना ‘क्रूर’ और ‘गलत दिशा में उठाया गया कदम’ है. कोविड के नए स्वरूप बी.1.1.529 का सबसे पहले इस सप्ताह दक्षिण अफ्रीका में पता चला जिसे शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ‘चिंताजनक वैरिएंट’ की श्रेणी में रखा है एवं उसका नाम ओमीक्रोन रखा है. फाहला ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हम महसूस करते हैं कि यह गलत पहल है. यह गलत दिशा में उठाया गया कदम है और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा संस्तुत नियमों के विरूद्ध है. हम बस यह महसूस करते हैं कि (इन) देशों के नेतृत्व में से कुछ उस स्थिति से निपटने के लिए बलि का बकरा ढूढ रहे हैं जो एक वैश्विक समस्या है.’’ यह भी पढ़ें : कोरोना के ‘Omicron’ वेरिएंट से दुनियाभर में दहशत, अब तक इन देशों में मिले मामले- लापरवाही पड़ेगी भारी

‘चिंताजनक वैरिएंट’ चिंता में डालने वाले कोविड-19 के विभिन्न वैरिएंट में डब्ल्यूएचओ की शीर्ष श्रेणी है. सबसे पहले 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में इसका पता चला था. बोत्सवाना, बेल्जियम, हांगकांग और इजराइल में भी इसकी पहचान की गयी है. फाहला ने कहा, ‘‘ यह बड़ी विडंबना है कि हम आज दक्षिण अफ्रीका में छोटे से नमूने के बारे में चर्चा कर रहे हैं जबकि हम महज करीब 300 प्रति दिन के निम्न स्तर से 14 दिनों में मामलों में हो रही तीव्र वृद्धि को लेकर चिंतिंत है , हमारे यहां (रोजाना) 3000 तक मामले पहुंच रहे हैं. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह बड़ी वृद्धि है लेकिन कुछ उन देशों, जो बहुत सख्त तरीके से प्रतिक्रिया कर रहे हैं, से तुलना कीजिए, हम ऐसे देशों की चर्चा कर रहे हैं जहां रोजाना 40000 नये संक्रमण की बढ़ती संक्रमण दर है. ’’ मंत्री ने कहा , ‘‘ हम दोषारोपण नहीं करना चाहते लेकिन जिस तरह लोगों की आवाजाही से वायरस फैलता है, यह समझ से परे नहीं है कि ऐसा भी संभव है कि यह उन देशों में भी पैदा हो गया हो जो भीड़ प्रबंधन की दृष्टि से अधिक उदार हैं और जहां स्टेडियम में मास्क नहीं लगाया जाता या अन्य सावधानियां नहीं बरती जाती हैं.’’

यूरोप और अमेरिका के कई हिस्सों में खेलों के मैच एवं गीत-संगीत आदि कार्यक्रमों के वास्ते स्टेडियम खोल दिये गये हैं.

पहाला ने कहा कि उन्हें पता है कि बृहस्पतिवार को दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों द्वारा नए स्वरूप का पता चलने की घोषणा करने डर और अनिश्चितता पैदा हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘ यह उस प्रकार की स्थिति में प्रत्याशित है जहां हम बढ़ते लक्ष्य से जूझ रहे हैं लेकिन हम दक्षिण अफ्रीका और दुनियाभर के लोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारा मानना है कि कुछ कदम वाकई अनुचित हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं यहां खासकर यूरोप के देशों की ओर इशारा कर रहा हूं.’’ ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका से आने-जाने वाली उड़ानों पर पाबंदी की बृहस्पतिवार को घोषणा की . उसके बाद कई अन्य यूरोपीय देशों ने यह कदम उठाया.

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