देश की खबरें | बंगाल पंचायत चुनाव में टीएमसी धांधली और गड़बड़ी कर सकती है: भाजपा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में जीत होने पर पंचायतों को ‘चोरों से मुक्त’ कराने का शनिवार को वादा किया। पार्टी ने साथ ही आशंका जताई कि मतदान के दिन सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा बड़े पैमाने पर गड़बड़ी एवं हिंसा की कोशिश की जा सकती है।
कोलकाता, एक जून भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में जीत होने पर पंचायतों को ‘चोरों से मुक्त’ कराने का शनिवार को वादा किया। पार्टी ने साथ ही आशंका जताई कि मतदान के दिन सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा बड़े पैमाने पर गड़बड़ी एवं हिंसा की कोशिश की जा सकती है।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत चुनाव करा रहे राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) की भूमिका संदेह से परे नहीं है क्योंकि उसे आठ जुलाई के चुनाव से पहले की हिंसक घटनाओं को रोकने में पर्याप्त रूप से चौकस नहीं पाया गया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ‘चोर मुक्त पंचायत’ का उपहार देगी जो प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री कृषि संबंधी परियोजनाओं, मनरेगा जैसी केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन में हेराफेरी रोकेगी तथा पारदर्शी प्रशासन की शुरुआत करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘जहां कहीं भाजपा मजबूत है, वहां हमारे कार्यकर्ता केंद्रीय बलों की भूमिका निभायेंगे।’’
उन्होंने इसके साथ ही इन खबरों का उल्लेख किया कि एसईसी उन विभिन्न मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती नहीं करेगा जहां मतदान के दौरान हिंसा की आशंका है।
मजूमदार ने दावा किया कि कुछ टीवी समाचार चैनलों द्वारा दिखाये गये ‘ऑपिनियन पोल’ के विपरीत भाजपा दक्षिण और उत्तर बंगाल में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव होने की स्थिति में बड़ी संख्या में जिला परिषदों, पंचायतों में बहुमत हासिल करेगी।
कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के साथ भाजपा के हाथ मिला लेने संबंधी अटकलों के बारे में पूछे जाने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य स्तर पर कोई औपचारिक गठबंधन नहीं है लेकिन ‘‘सभी तृणमूल कांग्रेस के अत्याचार एवं आतंक के शिकार हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वैचारिक रूप से हम कांग्रेस और माकपा से अलग हैं। औपचारिक रूप से किसी गठबंधन की घोषणा नहीं की गयी है लेकिन तृणमूल को हराने के लिए कुछ क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर कुछ आपसी समझ है।’’
घोषणापत्र की व्याख्या करते हुए मजूमदार ने कहा कि भाजपा लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए विभिन्न जिला परिषदों में कौशल केंद्र स्थापित करेगी ताकि उन्हें काम की तलाश में अन्य राज्यों में नहीं जाना पड़े। उन्होंने कहा कि पार्टी किसानों के उत्थान के लिए विभिन्न प्रखंडों में कृषि कल्याण केंद्र खोलेगी।
तृणमूल कांग्रेस के उप मुख्य सचेतक तापस रॉय ने संपर्क करने पर ‘पीटीआई-’ से कहा कि पंचायत चुनाव में भाजपा के घोषणा पत्र का कोई मतलब नहीं है क्योंकि उसके जीतने की संभावना नगण्य है।
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