Budget Session: संसद के दोनों सदनों में राम मंदिर निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर होगी चर्चा
मौजूदा बजट सत्र के अंतिम दिन शनिवार को संसद के दोनों सदनों में अयोध्या स्थित राम मंदिर के ‘‘ऐतिहासिक’’ निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर अल्पकालिक चर्चा की जाएगी.
नयी दिल्ली, 10 फरवरी : मौजूदा बजट सत्र के अंतिम दिन शनिवार को संसद के दोनों सदनों में अयोध्या स्थित राम मंदिर के ‘‘ऐतिहासिक’’ निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर अल्पकालिक चर्चा की जाएगी. लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी दोनों सदनों की शनिवार की संशोधित कार्यसूची में यह जानकारी दी गई. कार्यसूची में उस दिन सदन में उठाए जाने वाले एजेंडे के मुख्य विषय शामिल होते हैं और आम तौर पर इसे सत्र अवधि के दौरान बैठक की तारीख से दो दिन पहले दैनिक रूप से जारी किया जाता है. अंतिम एजेंडा कार्य की संशोधित सूची में शामिल होता है और बैठक के पूर्ववर्ती कार्य दिवस पर जारी किया जाता है.
लोकसभा में ‘श्री राम मंदिर के ऐतिहासिक निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा’ विषय पर नियम 193 के तहत चर्चा कराने का नोटिस भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सत्यपाल सिंह और शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के श्रीकांत शिंदे की ओर से दिया गया. श्रीकांत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र हैं. राज्यसभा में इसी विषय पर अल्पकालिक चर्चा का नोटिस भाजपा सांसदों सुधांशु त्रिवेदी, के. लक्ष्मण और मनोनीत सदस्य राकेश सिन्हा ने दिया है. संसद के उच्च सदन में सरकार की ओर से लाए गए ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ विषय पर भी चर्चा होगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को इसे राज्यसभा में पेश किया था. यह भी पढ़ें : Mumbai-Nagpur Expressway: शरद पवार, उद्धव ठाकरे ने मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे परियोजना का विरोध किया- फडणवीस
भाजपा ने इन विषयों पर चर्चा के दौरान अपने सदस्यों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए व्हिप जारी किया है. निचले सदन में ‘अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ विषय पर चर्चा पूरी हो चुकी है. वित्त मंत्री ने चर्चा का जवाब देते हुए शुक्रवार को विपक्ष पर निशाना साधा था और कहा था कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की तत्कालीन सरकार ने कोयले को राख बना दिया था जबकि मौजूदा सरकार ने उसी कोयले को हीरा बना दिया. बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी को हुई थी और इसे नौ फरवरी को समाप्त होना था लेकिन उक्त दोनों विषयों के मद्देनजर सत्र को एक दिन बढ़ाकर शनिवार तक कर दिया गया.