नयी दिल्ली, एक जुलाई केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सरकारी विभागों के बीच बेहतर समन्वय और सामंजस्य की जरूरत है।
लोक प्रशासन (एपीपीपीए) पर 10 महीने के 48वें उन्नत व्यावसायिक कार्यक्रम के प्रतिभागी अधिकारियों को संबोधित करते हुए सिंह ने उनसे आम समाधान और बेहतर परिणाम प्रदान करने के लिए ‘‘संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण’’ के साथ काम करने की संस्कृति विकसित करने के लिए कहा।
मंत्री ने कहा कि भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए) द्वारा अधिक एकीकृत, समग्र और समन्वित दृष्टिकोण इसके द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की पहचान है, जिससे प्रतिभागियों को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से लाभ मिलता है।
उन्होंने कहा कि भारत का सौभाग्य है कि नरेन्द्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री मिले है जो नए विचारों के समर्थक, सोच में प्रगतिशील और बड़े पैमाने पर जनता को लाभ पहुंचाने वाले फैसले लेने के लिए तैयार रहते हैं।
कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि एक कोने में बैठकर काम करने का समय अब समाप्त हो गया है और देश के मंत्रालयों / विभागों के बीच बेहतर समन्वय और सामंजस्य की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इससे अधिकारियों को विभिन्न सामाजिक-आर्थिक योजनाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।
सिंह ने ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ के प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए मंत्र को दोहराया और उल्लेख किया कि सरकार अपने फैसलों के संबंध में आगे बढ़ रही है।
उन्होंने घोषणा की कि केंद्र सरकार के विभागों में लगभग 8,000 कर्मचारियों की सामूहिक पदोन्नति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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