Global Climate Summit: आगामी जलवायु शिखर सम्मेलन में बयानबाजी नहीं ठोस कार्रवाई पर जोर दिया जाए- निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को आगामी वैश्विक जलवायु शिखर सम्मेलन में जलवायु वित्त पोषण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को लेकर ठोस कार्रवाई का आह्वान किया. संयुक्त राष्ट्र के वार्षिक जलवायु शिखर सम्मेलन का 28वां संस्करण 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित किया जाएगा, जिसमें जलवायु प्रभावों, जीवाश्म ईंधन के उपयोग, मीथेन उत्सर्जन, और ग्लोबल वार्मिंग उत्सर्जन को कम करने समेत विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की उम्मीद है.
दुबई, 28 नवंबर : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने सोमवार को आगामी वैश्विक जलवायु शिखर सम्मेलन में जलवायु वित्त पोषण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को लेकर ठोस कार्रवाई का आह्वान किया. संयुक्त राष्ट्र के वार्षिक जलवायु शिखर सम्मेलन का 28वां संस्करण 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित किया जाएगा, जिसमें जलवायु प्रभावों, जीवाश्म ईंधन के उपयोग, मीथेन उत्सर्जन, और ग्लोबल वार्मिंग उत्सर्जन को कम करने समेत विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की उम्मीद है.
साथ ही जलवायु परिवर्तन के अनुकूल बनने के लिए अमीर देशों की तरफ से विकासशील देशों को मुआवजे के तौर पर वित्तीय सहायता दिए जाने के मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है.
‘इंडिया ग्लोबल फोरम मिडिल ईस्ट एंड अफ्रीका’ 2023 के उद्घाटन समारोह में डिजिटल सत्र के दौरान सीतारमण ने कहा कि इस जलवायु सम्मेलन में देशों को दिशा दिखाई जानी चाहिए. यह भी पढ़ें : Delhi Air Pollution: बायोमास जलने, वाहन प्रदूषण और द्वितीयक एरोसोल ने नवंबर में दिल्ली की वायु गुणवत्ता बिगाड़ी
सीतारमण ने कहा, "आगामी वैश्विक जलवायु शिखर सम्मेलन में जलवायु वित्तपोषण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है." उन्होंने कहा कि सम्मेलन में बयानबाजी के बजाय कार्रवाई पर जोर दिया जाना चाहिए.