जेलेंस्की ने यह चेतावनी ऐसे समय में जारी की है, जब रूसी सेना द्वारा निकासी कार्यों को लगातार दूसरे दिन बाधित करने से बंदरगाह शहर मारियुपोल में मानवीय संकट गहरा गया है और क्रेमलिन ने यूक्रेन पर रूसी धरती पर स्थित एक ईंधन डिपो पर हेलीकॉप्टर से हमला करने का आरोप लगाया है. हालांकि यूक्रेन ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है, लेकिन अगर रूसी दावों की पुष्टि होती है तो यह युद्ध में पहला ऐसा ज्ञात हमला होगा, जिसमें किसी यूक्रेनी विमान ने रूसी हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा, “निश्चित रूप से यह एक ऐसी कार्रवाई नहीं है, जिसे दोनों पक्षों के बीच वार्ता जारी रखने के माकूल माना जा सकता है.” रूस ने कीव के आसपास के क्षेत्रों से अपने कुछ सैनिकों को वापस बुलाना जारी रखा है. दरअसल, मॉस्को ने सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि वह यूक्रेन की राजधानी और उत्तरी शहर चेर्निहाइव के पास सैन्य गतिविधियों में कमी लाएगा. यह भी पढ़ें :Russia-Ukraine War: यूक्रेन का दावा- रूसी हमले में अब तक 153 बच्चों की मौत, 254 हुए घायल
हालांकि, जेलेंस्की ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, “वे पूरे क्षेत्र में बारूदी सुरंगें बिछा रहे हैं. वे घरों के आसपास बारूदी सुरंगें छोड़ रहे हैं. यहां तक कि युद्ध में मारे गए लोगों की लाशों को भी नहीं बख्श रहे.” उन्होंने क्षेत्र के लोगों से तब तक सामान्य जीवन में न लौटने की अपील की, जब तक यह सुनिश्चित नहीं कर लिया जाता कि बारूदी सुरंगें हटा दी गई हैं और गोलाबारी का खतरा टल गया है.