शिमला, 3 सितंबर: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से राहत के बावजूद, शिमला जिले के रामपुर के दूरदराज के गांवों में भूमि का धंसना अब भी जारी है और जिन ग्रामीणों के घर असुरक्षित हो गए हैं, वे सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किये जाने की मांग कर रहे हैं.
रामपुर उपमंडल के 12/20 क्षेत्र में बड़ी संख्या में घर बर्बादी की कगार पर हैं और मुनीश पंचायत का उरमान गांव पूरी तरह से असुरक्षित हो गया है. इलाके के रहने वाले लोग सरकार से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर बसाने की मांग कर रहे हैं . उरमान के निवासी गियान दासी ने कहा कि उनका घर पूरी तरह से नष्ट हो गया है और उन्होंने पत्थर गिरने तथा सांपों के डर के बीच तिरपाल के नीचे शरण ली है.
हिमाचल सहकारी संघ के पूर्व अध्यक्ष कौल नेगी ने कहा कि उरमान में 10 घर नष्ट हो गए हैं, जबकि बहाली गांव में दो परिवार आश्रयहीन हो गए हैं.
उरमान निवासी महेंद्र सिंह और मीरा ने भी शिकायत की कि जमीन में गहरी दरारें होने के कारण उनका घर क्षतिग्रस्त हो गया है, जबकि बहली की रहने वाली राज कुमारी ने कहा कि उनका घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और उनके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं है. प्रभावित लोग मदद और पुनर्वास का इंतजार कर रहे हैं और सरकार से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की अपील कर रहे हैं .
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