नयी दिल्ली, 12 सितंबर खाद्य मंत्रालय ने अपने कार्यालय की कैंटीन और सभी बैठकों में रागी बिस्कुट और कुकीज़ जैसे मोटे अनाज के उत्पादों का उपयोग बढ़ाने का फैसला किया है।
इस संबंध में हाल ही में एक निर्देश वर्ष 2023 में मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज (मिलेट) वर्ष से पहले स्वस्थ उत्पादों की खपत को बढ़ावा देने के लिए जारी किया गया है।
रागी बिस्कुट, कुकीज, लड्डू, पके हुए अनाज के चिप्स आदि जैसे मोटे अनाज के उत्पादों को बैठकों में नाश्ते के रूप में परोसा जाएगा।
मंत्रालय ने बयान में कहा कि कैंटीन में इस्तेमाल होने वाले मुख्य कच्चे माल के रूप में मोटे अनाज के साथ डोसा, इडली और वड़ा और जहां तक संभव हो स्थानीय रूप से उपलब्ध मोटा अनाज आधारित उत्पादों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष 2023 से पहले खाद्य मंत्रालय सक्रिय रूप से देश में मोटे अनाज की खरीद और खपत को बढ़ावा दे रहा है तथा कल्याणकारी योजनाओं में वितरण के लिए खरीदे गए बाजरा के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है।
मोटे अनाज का सेवन कई लाभ प्रदान करता है और जीवन शैली की वजह से होने वाली बीमारियों से बचाव करता है। इसमें कहा गया है कि विटामिन, खनिज, फाइटोकेमिकल्स और आहार फाइबर सहित पोषक तत्वों के अपने उच्च घनत्व के कारण, मोटा अनाज कुपोषण और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को कम करने के लिए भी उत्कृष्ट अनाज है।
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