भारत को खेलों की महाशक्ति बनाने का सफर जारी रहेगा: निवर्तमान खेलमंत्री रीजीजू
निवर्तमान खेलमंत्री किरेन रीजीजू ने गुरूवार को कहा कि भारत को खेलों की महाशक्ति बनाने का सफर जारी रहेगा . तोक्यो ओलंपिक से एक पखवाड़ा पहले रीजीजू की जगह अनुराग ठाकुर को खेलमंत्री बनाया गया है .
नयी दिल्ली, 8 जुलाई : निवर्तमान खेलमंत्री किरेन रीजीजू (Kiren Rijiju) ने गुरूवार को कहा कि भारत को खेलों की महाशक्ति बनाने का सफर जारी रहेगा . तोक्यो ओलंपिक से एक पखवाड़ा पहले रीजीजू की जगह अनुराग ठाकुर को खेलमंत्री बनाया गया है . मई 2019 में खेलमंत्री बने रीजीजू कैबिनेट में फेरबदल के साथ अब कैबिनेट मंत्री के रूप में विधि मंत्रालय का जिम्मा संभालेंगे . वहीं ठाकुर को सूचना और प्रसारण के साथ खेल मंत्रालय सौंपा गया है . मणिशंकर अय्यर (2006 से 2008) के बाद खेल मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले ठाकुर पहले कैबिनेट मंत्री होंगे . रीजीजू ने भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा गुरूवार को आयोजित विदाई समारोह में पत्रकारों से कहा ,‘‘ हमने भारत को खेलों में महाशक्ति बनाने के लिये सारे प्रयास किये . यह सफर जारी रहेगा , बस जिम्मेदारी बदल गई है .’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मेरा मंत्रालय बदल गया है लेकिन खेल मंत्रालय में ये प्रयास आगे भी जारी रहेंगे . मैं टीम को शुभकामना देता हूं .’’ उन्होंने कहा ,‘‘ खेल मंत्री के तौर पर मेरा पूरा कार्यकाल आयोजनों और गतिविधियों से भरपूर रहा. मैने युवा से लेकर सीनियर खिलाड़ियों से मुलाकात की और बात की . भारत को खेलों में आगे ले जाने का सफर जारी रहेगा और पूरा होगा .’’ रीजीजू ने खेल मंत्रालय में अपनी टीम की तारीफ करते हुए कहा कि इसने देशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजरिये पर अमल करने की पूरी कोशिश की . यह भी पढ़ें : पटना एम्स में 15 वर्षीय लड़की के पेट से निकाला गया 9 किलोग्राम का ट्यूमर
रीजीजू को ओलंपिक रजत पदक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की जगह स्वतंत्र प्रभार के साथ खेलमंत्री बनाया गया था. वह अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री भी रहे और कुछ समय आयुष मंत्रालय का अस्थायी प्रभार भी उनके पास रहा . भारत के 120 से अधिक खिलाड़ियों ने तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है . खेल कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल के बीच 23 जुलाई से तोक्यो में होंगे . रीजीजू के कार्यकाल में राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की राशि में इजाफा हुआ और वित्तीय कठिनाई झेल रहे मौजूदा या पूर्व खिलाड़ियों को तुरंत मदद मिली . इसके साथ ही देश भर में साइ केंद्रों का बुनियादी ढांचा बेहतर किया गया .