कांग्रेस और भाजपा दोनों की नीयत और सोच आरक्षण के खिलाफ: मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने यहां पार्टी उम्मीदवार एवं स्थानीय सांसद श्याम सिंह यादव के समर्थन में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘केंद्र में जब कांग्रेस की पहली सरकार बनी तो बाबा साहेब कानून मंत्री थे, तो उस समय बाबा साहेब ने कांग्रेस मुखिया पंडित जवाहर लाल नेहरू से कहा था कि संविधान के तहत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग को सरकारी नौकरियों में आरक्षण मिल सके इसके लिए सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए.
बसपा प्रमुख मायावती ने यहां पार्टी उम्मीदवार एवं स्थानीय सांसद श्याम सिंह यादव के समर्थन में आयोजित एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘केंद्र में जब कांग्रेस की पहली सरकार बनी तो बाबा साहेब कानून मंत्री थे, तो उस समय बाबा साहेब ने कांग्रेस मुखिया पंडित जवाहर लाल नेहरू से कहा था कि संविधान के तहत अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग को सरकारी नौकरियों में आरक्षण मिल सके इसके लिए सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए.’’ मायावती ने कहा, ‘‘बाबा साहेब ने यह भी कहा कि संविधान में हमने अनुच्छेद 340 की व्यवस्था की है, जिसके तहत इस देश में एससी-एसटी की तरह अति पिछड़े वर्ग के लोग हैं, जिनकी सामाजिक और शैक्षणिक स्थित दयनीय है.’’ बसपा प्रमुख ने दावा किया, ‘‘बाबा साहेब ने प्रधानमंत्री नेहरू से अति पिछड़े वर्ग को आरक्षण की सुविधा देने की बात करते हुए कहा था कि आपको अनुच्छेद 340 के तहत आयोग बिठाकर इनको आरक्षण देना चाहिए, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने बाबा साहेब आंबेडकर की बात को नहीं माना जिससे दुखी होकर उन्होंने कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया.’’
मायावती ने कहा, ‘‘आज कांग्रेस पार्टी के लोग कहते हैं कि हम आरक्षण, संविधान के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इनके पुरखों ने संविधान के खिलाफ जाकर काम किया और आरक्षण का पूरा लाभ आप लोगों (दलितों-पिछड़ों) को नहीं दिया और आयोग गठित नहीं किया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘वोट की खातिर आज उनके लोग, अनुयायी आरक्षण को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. इस मामले में भाजपा भी कोई पीछे नहीं है. इन सभी दलों की नीयत और सोच आरक्षण के खिलाफ है.’’ कांग्रेस को दलित पिछड़ा विरोधी करार देते हुए उन्होंने कहा कि इस वजह से ही फिर हमें बसपा बनाने की जरूरत पड़ी. यदि कांग्रेस ने शुरू में अपनी जिम्मेदारी निष्ठा से निभाया होती तो हमें बसपा बनाने की जरूरत नहीं पड़ती. मायावती ने दावा किया, ‘‘जैसे गलत नीतियों के कारण लंबे समय तक राज करने वाली कांग्रेस देश और राज्यों में सत्ता से बाहर हो गयी, उसी तरह भाजपा भी सत्ता से बाहर हो जाएगी बशर्ते निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव हो और वोटिंग मशीन में कोई गड़बड़ी न हो.’’ यह भी पधेदं : कर्नाटक के मुख्यमंत्री के पैतृक जिले में दूषित पानी पीने से युवक की मौत, 48 बीमार
भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर मुस्लिम समाज का शोषण और उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो इसे रोका जाएगा. उन्होंने जौनपुर उम्मीदवार के अलावा, मछलीशहर (सुरक्षित) से पार्टी उम्मीदवार कृपाशंकर सरोज, वाराणसी से अतहर जमाल लारी, चंदौली से सत्येंद्र कुमार मौर्य, बलिया से लल्लन सिंह यादव, गाजीपुर से डॉ. उमेश कुमार सिंह के पक्ष में जनता से मतदान की अपील की.
जौनपुर में मतदान 25 मई को होने हैं.